avadh ojha sir biography

अवध ओझा सर की जीवनी

Written by-Khushboo

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अवध ओझा आज सोशल मीडिया की दुनिया का एक ऐसा नाम है जिसे किसी परिचय की जरूरत नहीं है । छात्रों के बीच उनकी लोकप्रियता इस कदर है कि हर दूसरे दिन उनके video viral हो रहे हैं । उनके नाम पर ढेरों यूट्यूब चैनल और अनगिनत सोशल मीडिया पेज बन चुके हैं । इसलिए इस इस बायोग्राफी (avadh ojha sir biography) में बात अवध ओझा सर की

अवध ओझा का जीवन पतन से उत्थान करने और शैतान से इंसान बनने का उदाहरण है । अवध ओझा का जीवन स्वयं में इस बात का प्रमाण है कि दिशा और दशा सही मिलने पर एक साधारण आदमी भी सफलता की महान इबारत लिख सकता है । आइए जानते हैं अपनी बातों से हजारों- लाखों लोगों के जीवन को दिशा देने वाली शख्सियत अवध ओझा सर के बारे में –

Bio/Wiki of Avadh OJha
पूरा नाम
अवध प्रताप ओझा
जन्म स्थान गोंडा , उत्तरप्रदेश
लोकप्रियता इतिहास के शिक्षक (UPSC Aspirants) , अपने बेबाक अंदाज के करण चर्चित, मोटिवेशनल स्पीकर, कोच
जन्मदिन 3 जुलाई 1984
आयु 38 साल (2022 तक)
पिता का नाम माता प्रसाद ओझा
शिक्षा स्नातक
स्कूल फातिमा स्कूल, गोंडा
धर्म हिंदू
नागरिकता भारतीय
व्यवसाय लेखक, शिक्षक, वकील, समाज सेवक और वक्ता
कोचिंग संस्थान IQRA IAS के संस्थापक
यूटूब चैनल का नाम RAY Avadh Ojha
वेबसाइट avadhojha.com
पत्नी मंजरी ओझा (2007)
बच्चे 3
बच्चों का नाम बुलबुल, गुनगुन, पीहू
लंबाई 5 फीट 8 इंच
शौक घूमना, साइकिलिंग करना और पढ़ाना
कुल सम्पति 50 लाख से अधिक

उनके बारे में जानना क्यों जरूरी है?

भारत समेत दुनियाभर में जब कोविड महामारी फैली हुई थी, तब हर कोई बस अपनी जान बचाने में लगा हुआ था। प्रत्येक व्यक्ति स्वयं और अपने परिवार की सलामती के लिए ईश्वर से प्रार्थना कर रहा था।

कोरोना महामारी के दौरान ना केवल व्यक्ति को स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ा, बल्कि ना जाने कितने ही लोगों का व्यापार भी ठप हो गया। इसी कठिन दौर में अवध ओझा ने अपने ज्ञान से हज़ारों-लाखों बच्चों को मार्गदर्शित करने का प्रण लिया।

हालांकि अवध ओझा के जीवन का सफर इतना आसान नहीं रहा, उन्होंने अपने जीवन में काफी सारे उतार चढ़ाव देखें हैं । लेकिन तमाम कठिनाइयों और विषमताओं के बावजूद अपनी लगन और मेहनत के दम पर आज वह एक एक प्रतिष्ठित शिक्षक के तौर पर जाने जाते हैं।

आपने हरिवंश राय बच्चन की ये कविता अवश्य सुनी होगी कि…

असफलता एक चुनौती है,
इसे स्वीकार करो,
क्या कमी रह गई,
देखो और सुधार करो,
कुछ किए बिना जय जयकार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।

उपरोक्त पंक्तियां अवध ओझा के जीवन पर सार्थक सिद्ध होती हैं। अवध ओझा ने आज शिक्षा जगत में काफी बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है, जिनके पढ़ाने के तरीके ने उन्हें औरों से अलग पहचान दी है।

ऐसे में अवध ओझा सर की जीवनी को पढ़ना उनके जीवन संघर्षों के बारे में जानना हर व्यक्ति प्रत्येक छात्र के लिए उपयोगी होगा । उनके बारे में पढ़कर आपको अवश्य ही अपने जीवन में प्रेरणा मिलेगी। तो चलिए जानते हैं…

avadh ojha sir ki biorgraphy hindi me

अवध ओझा ने अपने करियर के ढेरों साल शिक्षा जगत को दिए हैं, यानी बीते लगभग 22 सालों से वह बतौर शिक्षक सिविल सर्विसेज की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों को पढ़ा रहे हैं।

उन्होंने साल 2019 में महाराष्ट्र के पुणे शहर में इकरा आईएएस (IQRA IAS) कोचिंग की स्थापना की। कोविड-19 के चलते उन्हें कोचिंग संस्थान से काफी घाटा हुआ । जिसके बाद उन्होंने वर्ष 2020 में एक यूट्यूब चैनल बनाया, जिस पर वह सिविल सर्विसेज के प्रतियोगी छात्रों को ऑनलाइन कोचिंग देने लगे । आज इसी सोशल मीडिया के माध्यम से उनके ज्ञान से हजारों लाखों छात्रों को सिविल सर्विसेज की तैयारी में काफी सहायता मिल रही है।

आइए एक नजर डाल लेते हैं अवध ओझा के जीवन पर…

अवध ओझा सर की जीवनी -avadh ojha sir biography

परिवार

अवध ओझा सर मूल रूप से उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के रहने वाले हैं। एक मध्यमवर्गीय लेकिन खुले विचारों वाले परिवार से उनका ताल्लुक है।  पिता माता प्रसाद ओझा गांव में ही पोस्ट मास्टर थे उनके बुलंद खयालों का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है उन दिनों में जब महिलाओं को घर से बाहर निकलना मुश्किल था उन्होंने अपनी 5 एकड़ जमीन को गिरवी रखकर अवध ओझा सर की माताजी को वकालत करवाई थी।

अवध ओझा सर की पढ़ाई लिखाई

अवध ओझा के प्रारम्भिक छात्र जीवन के बारे में वो स्वयं बताते हैं कि ” अवध ओझा पढ़ाई में बहुत अच्छे नहीं थे और उनकी गिनती शरारती बच्चों में की जाती थी। ” इसके बावजूद उन्होंने अपने जीवन को उद्देश्यपूर्ण बनाया और आज उनकी गिनती समाज के प्रतिष्ठित लोगों में की जाती है।

उनकी शुरुआती शिक्षा स्थानीय सरकारी स्कूल से हुई और 12वीं के बाद उन्होंने प्रयागराज तत्कालीन इलाहाबाद के इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया । इलाहाबाद में ही उनके जीवन में आमूलचूल परिवर्तन हुए ।

इलाहाबाद विश्वविद्यालय से उन्होंने दर्शनशास्त्र की पढ़ाई की । वह अपने एक शिक्षक एच एस उपाध्याय सर की बहुत चर्चा करते रहते हैं। ओझा सर के अनुसार वही एक शिक्षक थे जिन्होंने उनके सोचने समझने और जीवन की दिशा बदल दी।

यूपीएससी की तैयारी

एक इंटरव्यू में  ओझा सर ने बताया कि इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से दर्शनशास्त्र में 64% अंक से पास होने के बाद अपने एक दोस्त द्वारा मोटिवेट करने पर उन्होंने यूपीएससी की तैयारी करने की ठानी । उनकी माताजी तो इसके लिए तैयार नहीं थी लेकिन पिता ने उन्हें प्रोत्साहित किया ।

आगे वाजीराम से उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा के लिए अपनी तैयारी की । प्री क्वालीफाय करके दो बार मेंस दिया लेकिन सफल नहीं हो पाए । 

अध्यापन की शुरुआत

इस दौरान उनकी माता ने उन्हें यह तक कह दिया था कि वह अपने जीवन में कुछ नहीं कर पाएंगे। लेकिन इसके बावजूद अवध ओझा सर (avadh ojha sir) ने जीवन में हार नहीं मानी । अपने दोस्त के शगुन कोचिंग से पढ़ाने की शुरुआत की और अलग अलग कोचिंग संस्थानों में बतौर शिक्षक पढ़ाते हुए उन्होंने ऊष्मा नाम से अपनी कोचिंग भी दिल्ली के मुखर्जी नगर में खोली ।

अवध ओझा ने अपने अध्यापन करियर की शुरुआत इतिहास से की । इस दौरान वे अलग-अलग कोचिंग संस्थान में जाकर सिविल सर्विसेज की पढ़ाई करवाया करते थे। आज वह लगभग सभी अच्छे यूपीएससी कोचिंग संस्थानों (चाणक्य एकेडमी, नेक्स्ट आईएएस एकेडमी और वाजीराम रवि आईएएस एकेडमी) में पढ़ा चुके हैं एवं अभी IQRA और NEXT IAS में क्लास लेते हैं ।

निजी जीवन -personal life of Avadh Ojha Sir

जैसा कि आपने ऊपर पढ़ा, साल 2005 में उन्होंने दिल्ली में अपना एक कोचिंग संस्थान भी शुरू किया। फिर साल 2007 में अवध ओझा का विवाह हो गया था । पत्नी का नाम मंजरी ओझा है। ओझा की तीन बेटियां हैं, जिन्हें वह बेटों से कम नहीं आंकते हैं।

ऊष्मा नाम से जब वह कोचिंग चलाते थे उस समय उन्होंने रात के 8:00 से 2:00 बजे तक बारटेंडर की नौकरी भी की ताकि अपनी कोचिंग को स्थायित्व दे सकें । लेकिन वित्तीय कारणों से ऊष्मा कोचिंग 2010 में उन्होंने बंद कर दिया। जैसा कि हमने आपको बताया कि अवध ओझा का विवाह हो गया था, जिस कारण उन पर घर की जिम्मेदारियों का भार भी काफी अधिक था। 

फिर साल 2017 में अपने एक स्टूडेंट जोकि सिविल सर्विस की परीक्षा उत्तीर्ण नहीं कर पाया था, के साथ मिलकर उन्होंने साल 2019 में पुणे में एक आईएस कोचिंग संस्थान की शुरुआत की ।

लेकिन 2020 में कोरोना महामारी के चलते उन्हें ऑफलाइन से ऑनलाइन कोचिंग  शुरुआत करनी पड़ी । और इन 2 सालों में उन्होंने अपने पढ़ाने के स्टाइल, विषय की समझ , सम्प्रेषण की क्षमता और वाक्पटुता के दम पर काफी नाम और शोहरत हासिल कर ली है।  और आज वह अपने अनोखे अध्यापन के तरीके की वजह से विद्यार्थियों में बेशुमार लोकप्रिय हैं।

सोशल मीडिया संपर्क

उनसे इन सोशल मीडिया हैन्डल पर संपर्क कर सकते हैं-

Instagram: @ray.avadhojha
Twitter: @kafiravadh
YouTube: @c/rayavadhojha
Facebook: @avadhojha.vajiram

अवध ओझा के बारे में कुछ कम ज्ञात तथ्य – Lesser Known Facts About Avadh Ojha

अवध ओझा सर की जीवनी (avadh ojha sir biography) में आगे बात उनसे जुड़े कुछ काम ज्ञात तथ्यों के बारे में –

  1. अवध ओझा के गुरु का नाम आशुतोष महाराज है, जिन्हें वे बेहद मानते हैं।
  2. अवध ओझा के जीवन पर ओशो , माँ निर्मला देवी एवं आशुतोष महाराज का काफी प्रभाव रहा है ।
  3. वो एक आध्यात्मिक प्रवृति के व्यक्ति हैं एवं छात्रों को ध्यान और योग करने की प्रेरणा देते हैं ।
  4. शारीरिक और मानसिक शक्ति को वो जीवन के किसी भी उपलब्धि के लिए यहां मानते हैं ।
  5. अवध ओझा को जानवर बेहद प्रिय है, और वह सामाजिक कार्यों में काफी दिलचस्पी रखते हैं।
  6. सबसे पहले उन्होंने इलाहाबाद में अपने दोस्त मोहम्मद हुसैन के शगुन कोचिंग में पढ़ाया था।
  7. अवध ओझा का वर्तमान में Pen Name – Imaan Avadh है, जिसे उन्होंने अपने पुराने नाम Kafir Avadh से साल 2021 में बदला है।
  8. बीते 15 सालों से अवध ओझा बच्चों को यूपीएससी की तैयारी करा रहे हैं, उन्होंने नेक्स्ट आईएएस एकेडमी, चाणक्य एकेडमी, वाजीराम रवि आईएएस एकेडमी जैसे जाने-माने शिक्षण संस्थानों में बतौर शिक्षक पढ़ाया है।
  9. अवध ओझा यूपीएससी में वैकल्पिक विषय इतिहास को रोचक तरीके से पढ़ाने वाले शिक्षक के तौर पर प्रसिद्ध है।
  10. साल 2019 में यूपीएससी की परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 26 हासिल करने वाले टॉपर प्रदीप सिंह अवध ओझा के ही छात्र रहे हैं। इसके साथ ही अवध ओझा आईएएस टीना डाबी को भी मार्गदर्शन दिया है ।
  11. अवध ओझा ने यूपीएससी की तैयारी के लिए यूट्यूब चैनल के साथ एक ऐप भी लॉन्च किया है, जिसका नाम avadh ojha & Ray by Avadh Ojha है, जोकि गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है।
  12. वर्तमान में अवध ओझा के इंस्टाग्राम पर 10,000 से अधिक फॉलोअर्स, यूट्यूब पर 5.5 lakh से ज्यादा सब्सक्राइबर और इनके ऐप को लगभग 10 हजार से ज्यादा लोगों ने अब तक डाउनलोड किया है।
  13. अवध ओझा के माता-पिता उन्हें मेडिकल की पढ़ाई कराना चाहते थे, लेकिन अवध ओझा ने सिविल सर्विसेज में अपनी रुचि दिखाई।
  14. अवध ओझा के इतिहास शिक्षण के दौरान उनके विचारों को लेकर काफी लोगों द्वारा उन्हें आलोचना भी हुई है, जैसे उन पर कई बार मुगल शासक अकबर और ओसामा बिन लादेन को सही ठहराने का आरोप लगाया गया है। यही कारण है कि अवध ओझा के लेक्चरर्स पर आए दिन सोशल मीडिया पर कोई ना कोई रील या मीम्स आदि देखने को मिलते हैं।

FAQ अवध ओझा से संबंधित

अवध ओझा किस विषय के शिक्षक हैं

Ans -अवध ओझा इतिहास विषय के शिक्षक हैं । जो अभी इकरा आईएएस में पढ़ाते हैं ।

अवध ओझा कौन हैं ?

अवध ओझा इतिहास विषय के शिक्षक हैं जो यूपीएससी की तैयारी में लगे छात्रों को इतिहास पढ़ाते हैं । अवध ओझा इतिहास विषय में अपनी समझ और पढ़ाने की कला के कारण इस सोशल मीडिया के दौर में बेहद लोकप्रिय हो रहे हैं ।

अवध ओझा कहाँ के रहने वाले हैं ?

अवध ओझा गोंडा उत्तरप्रदेश के रहने वाले हैं ।

अवध ओझा सर का ऑफिशियल यूट्यूब चैनल कौन सा है ?

अवध ओझा सर का ऑफिशियल यूट्यूब चैनल RAY Avadh Ojha है ।

अवध ओझा सर की जीवन से सीख  

अवध ओझा एक बेहद सज्जन, और ईमानदार शिक्षक एवं प्रेरक वक्ता के रूप में जाने जाते हैं । आज उनके पढ़ाने के तरीके ने उन्हें विद्यार्थियों के बीच काफी लोकप्रिय बना दिया है। अवध ओझा अपने जीवन में आगे बढ़ने का श्रेय अपने माता पिता और गुरु को देते हैं।

अवध ओझा सर का जीवन संघर्षों से भरा रहा है । कई उतार चढ़ाव देखें हैं उन्होंने अपने जीवन में .. यहीं कारण है कि उनकी कक्षाओं में उनके पढ़ाने के स्टाइल में जीवन और धरातल से जुड़ा हुआ कटु लेकिन वास्तविक ज्ञान भरा रहता है ।

लोग उनकी यथार्थपरक जीवननोपयोगी शिक्षाओं को बड़े चाव से सुनते हैं । अवध ओझा जैसे शिक्षक और उनकी लोकप्रियता यही संकेत दे रही हैं कि भारत का भविष्य स्वर्णिम है । हमे ऐसे शिक्षकों की और अधिक संख्या में जरूरत है । अवध ओझा का जीवन चरित्र (avadh ojha sir biography) ना केवल वर्तमान पीढ़ी, बल्कि आने वाली पीढ़ी के लिए भी प्रेरणा स्तम्भ का काम करेंगी ऐसा हमारा मत है ।

” यदि आप अपनी जिंदगी में अवध ओझा सर की तरह सूर्य बनकर चमकना चाहते हैं तो फिर आपको भी परिस्थितियों में खुद को तपाने को तैयार रहना चाहिए । क्योंकि इज्जत के लिए काबिलियत का होना जरूरी है ।

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विचारक्रान्ति के लिए-अंशिका

References/Sources

Bhaskar

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