आज हम आप सबके लिए लेकर आए हैं – गणतंत्र दिवस से संबंधित भाषणों (Speech of Republic Day in Hindi) के संबंध में कुछ अहम बातें , जो गणतंत्र दिवस के बारे में आपकी जानकारी में थोड़ी वृद्धि करेगी और गणतंत्र दिवस पर भाषण ( Republic Day 2021 Speech) तैयार करने में आपकी थोड़ी मदद भी. …!
मित्र कहा जाता है –
जो भरा नहीं है भावों से
बहती जिसमें रसधार नहीं ॥
वह हृदय नहीं है पत्थर है
जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं ॥
हमारा देश भारत एक लोकतांत्रिक गणराज्य है । हमें लोकतांत्रिक गणराज्य भारत के नागरिक होने पर गर्व है । 26 जनवरी को समूचा भारतवर्ष तथा दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में बसने वाले भारतवासी बड़े ही हर्ष उल्लास के साथ मनाते हैं ।
26 जनवरी के दिन भारत एक गणतांत्रिक राज्य बना था । वैसे तो 15 अगस्त 1947 को ही हमें अंग्रेज़ों से आजादी मिल गयी थी,लेकिन भारत गणतंत्र 26 जनवरी 1950 को बना । अंग्रेजों द्वारा भारत पर गलत नीयत से अधिपत्य स्थापित करने के तुरंत बाद से ही स्वतंत्रता के लिए संघर्ष आरंभ हो गया था ।
जहां 1857 में आजादी प्राप्त करने की एक असफल क्रांति हुई । उस क्रांति से ही भारत की स्वतंत्रता का मार्ग प्रशस्त हो सका और अंततः 15 अगस्त 1947 को भारत एक आजाद देश बना ।
यह दिन(26 जनवरी) भारत के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले वीर सपूतों को श्रद्धापूर्वक नमन करने का दिन है । यह दिन उन हुतात्माओं को ससम्मान श्रद्धांजलि अर्पित करने का दिन है, जो आज भी भारत की आत्मा को सुरक्षित रखने के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने से नहीं चूकते हैं ।
गणतंत्र दिवस की प्रासंगिकता एवं व्यापक महत्व को देखते हुए, आगे हम गणतंत्र दिवस पर भाषण की रूपरेखा प्रस्तुत करने जा रहे हैं । जिस से आप अपने विद्यालय कार्यालय या किसी भी अन्य जगह पर, गणतंत्र दिवस के बारे में अपने विचार प्रस्तुत करने में,भाषण देने में मदद ले सकते हैं ।
26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर भाषण छात्रों के लिए /Speech of Republic Day in Hindi for Students.
Topic Index
हमारे द्वारा किये जाने वाले कार्य के केंद्र में विद्यार्थी ही है । इसलिए सबसे पहले यहां हम विद्यार्थियों के लिए भाषण की एक रूपरेखा(Republic Day Speech in Hindi for student and children) प्रस्तुत कर रहे हैं । यदि आप कहीं किसी स्कूल-कॉलेज में पढ़ रहें हैं तो आप अपने भाषण की शुरुआत इस प्रकार कर सकते हैं:-
आदरणीय प्रधानाचार्य महोदय, अध्यापकगण, अभिभावकगण तथा मेरे प्यारे दोस्तों , आप सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !
आज हम यहां जमा हुए हैं भारत के राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस को मनाने के लिए । हमारा देश भारत आज ही के दिन यानी 26 जनवरी 1950 को एक गणतंत्र बना था । गणतंत्र का मतलब होता है जनता का शासन । 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू करने के साथ ही इस देश में नागरिक को सर्वोच्च माना गया ।
यह तय किया गया कि जनता के द्वारा चुने हुए प्रतिनिधि ही देश में शासन-प्रशासन की बागडोर संभालेंगे तथा जनता एवं देश के हित में निर्णय करेंगे । संविधान लागू होते ही भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक गणराज्य बन गया ।
कांग्रेस ने 31 दिसंबर 1929 को लाहौर अधिवेशन में नेहरू जी की अध्यक्षता में ही भारत की पूर्ण स्वतंत्रता का प्रस्ताव पारित किया था । उसी दिन यह घोषणा की गई थी कि 26 जनवरी 1930 को भारत का स्वतंत्रता दिवस मनाया जाएगा । भारत का संविधान 26 नवंबर 1949 को अंतिम स्वरूप में आ गया था , लेकिन 26 जनवरी के ऐतिहासिक महत्व को स्मरण करने के लिए संविधान को 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया ।
संविधान लागू होते ही भारत एक गणराज्य बन गया । जहां नागरिक अधिकारों की सुरक्षा की गारंटी दी गई वहीं कुछ कर्तव्य भी तय किए गए । बहुत सारे मौलिक अधिकार दिए गए । शिक्षा का अधिकार से लेकर धार्मिक स्वतंत्रता तथा अपनी बातों को बिना किसी भय के रखने की स्वतंत्रता भी दी गई है । संविधान द्वारा शासित हमारा यह गणतंत्र स्वतंत्रता समता तथा बंधुत्व के आधार पर आगे बढ़ रहा है… !
26 जनवरी 1950 को सबसे पहले देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने 21 तोपों की सलामी के साथ लाल किले पर भारत का तिरंगा ध्वज फहराया । तब से प्रतिवर्ष बड़े उल्लास से 26 जनवरी को मनाया जाता है । राष्ट्रपति द्वारा ध्वजारोहण के बाद दिल्ली के राजपथ पर भारत की सुरक्षा में तैनात हमारी तीनों सेनाओं तथा विभिन्न अर्धसैनिक बल का परेड होता है ।
परेड में भाग लेने के लिए नेशनल कैडेट कोर के कैडेट्स भी देश के विभिन्न हिस्सों से आते है । भारत की मजबूत सामरिक शक्ति का प्रदर्शन होता है । जिसमें मिसाइल, रॉकेट लॉन्चर से लेकर अन्य अत्याधुनिक हथियारों का प्रदर्शन किया जाता है.देश के नागरिकों को यह भरोसा दिया जाता है कि उनकी सुरक्षा मजबूत हाथों में है और यह देश निरंतर नई ऊंचाइयों को छूता रहेगा ।
इससे पहले अमर जवान ज्योति पर भारत के प्रधानमंत्री वीर सपूतों को श्रद्धांजलि अर्पित करके 2 मिनट का मौन रखते हैं ।
परेड के बाद शुरू होती है सांस्कृतिक झांकी ! इन झांकियों में भारत के विभिन्न राज्यों की संस्कृति तथा विशेषताओं को केंद्रित झांकियां प्रदर्शित की जाती है । जो भारत की अनेकता में एकता तथा विविधता की विशेषता को दर्शाता है ।
विभिन्न राज्यों की तथा मंत्रालयों की झांकियां जब समाप्त होती हैं, तो अंत में आसमान में कलाबाजी दिखाते भारतीय वायुसेना के विमानों के कौतूहल पूर्ण प्रदर्शन के साथ गणतंत्र दिवस समारोह का समापन होता है । राजपथ पर झांकी देखने के लिए आम नागरिक के साथ देश के खास कर दिल्ली के विभिन्न स्कूलों से छात्र-छात्राएं एकत्रित होते हैं ।
प्रतिवर्ष ऐतिहासिक गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लेने के लिए किसी न किसी देश के राष्ट्राध्यक्ष को बुलाया जाता है । ताकि उस देश के साथ भारत के संबंध मजबूत हो । दुनिया तक भारत की सांस्कृतिक विशेषता सुगमता से पहुंचे और भारत को वो सम्मान मिले जिसका वह हक़दार है ।
गणतंत्र दिवस के अवसर पर देश के विभिन्न संस्थानों में झंडोत्तोलन के पश्चात अनेकों सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं । जहां वीर सपूतों की त्याग तपस्या और कुर्बानी को याद करके छात्रों और नौजवानों तक उनके संदेश को पहुंचाने का प्रयास किया जाता है ।
26 जनवरी के उपलक्ष्य में राष्ट्रपति भवन तथा दिल्ली में मौजूद केंद्र सरकार की विभिन्न मुख्यालयों को आकर्षक ढंग से सजाया जाता है । 26 जनवरी की शाम को जबरदस्त आतिशबाजी होती है ।
गणतंत्र दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य है अपने देश के बच्चों में, हम छात्रों में हम युवाओं में देश प्रेम की भावना को जागृत करना । मैं अपनी तरफ से और आप सब की तरफ से हमारी मातृभूमि भारत माता से कहना चाहता हूं कि हम इसकी एकता और अखंडता को अक्षुण्ण बनाए रखेंगे ।
आइए हम सब मिलकर कहते हैं भारत माता की….. जय ! वंदे…. मातरम… जय हिंद!
हमें पूरी उम्मीद है कि गणतंत्र दिवस का यह भाषण (Republic Day Speech) आपको अच्छा लगा होगा और इसमें से कुछ बातें तो निश्चय ही आपको सार्थक लगी होंगी । जिसे आप अपने भाषण के दौरान उपयोग कर सकते हैं ।
अब हम नीचे शिक्षकों के लिए भाषण के रूप रेखा तथा कुछ महत्वपूर्ण तथ्य नीचे प्रस्तुत कर रहे हैं ।
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शिक्षकों के लिए गणतंत्र दिवस पर भाषण–Speech on Republic Day in Hindi for Teacher
प्रस्तुत है “Republic Day Speech in Hindi Format for Teachers/ शिक्षकों के लिए गणतंत्र दिवस पर भाषण ” .संभवतः इससे आपको अपना भाषण प्रस्तुत करने में थोड़ी आसानी जरूर होगी ।
परम आदरणीय (अगर अध्यक्ष हो तो अध्यक्ष अथवा सीधे प्राचार्य महोदय को सम्बोधित कर आगे बढ़ें) प्रधानाचार्य महोदय, अध्यापक साथियों, दूर-दूर से आये बच्चों के माता-पिता और मेरे प्यारे बच्चों , आप सबको गणतंत्र दिवस की मैं हार्दिक-हार्दिक शुभकामना देता हूं !
जैसा कि आप सब जानते हैं आज 26 जनवरी है । हम भारतवासी अपना बहुत ही पावन राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस मना रहे हैं । यह हमारा 72 वां गणतंत्र दिवस है । एक गणतंत्र के रूप में हमारे देश ने 71 वर्ष पूरे कर लिए ।
गणतंत्र दिवस में क्या-क्या होता है ? इस पर हमारे बहुत सारे छात्रों ने अपने विचार(Speech on Republic Day in Hindi) रखे हैं । मैं उन चीजों को दोहरा कर आपका समय खराब नहीं करना चाहता । लेकिन निश्चित रूप से मैं गणतंत्र दिवस मनाने की पृष्ठभूमि पर गणतंत्र दिवस मनाने के कारणों पर थोड़ी रोशनी डालना चाहता हूं ।
भारत का संविधान दुनिया के सबसे बड़े लिखित संविधान में से एक है । जिसे तैयार करने के लिए 9 नवंबर 1946 को भारत के वरिष्ठ नेताओं तथा अंग्रेजों द्वारा भेजे गए कैबिनेट मिशन के सदस्यों के कई चरणों की बातचीत के बाद निर्णय किया गया । भारत का संविधान बनाने के लिए कुछ कुल 22 समितियों का गठन किया गया था ।
इस विभिन्न समितियों के सदस्यों ने मिलकर डॉक्टर बी आर अंबेडकर के नेतृत्व में कुल 2 वर्ष 11 महीना और 18 दिन के अंदर भारत का संविधान तैयार किया ।
26 जनवरी 1950 को इसे लागू करने के पश्चात ही सही अर्थों में भारत में गणतंत्र यानी कि जनता का शासन लागू हो पाया ।
संविधान को 26 january को ही इसलिए लागू किया गया ताकि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक संदेश हो की विषम परिस्थितियों में भी रह कर हमारे महान देशभक्त पूर्वजों ने स्वतंत्रता की लौ को जला रखी थी । इससे आने वाली पीढ़ियों को इस स्वतंत्रता का मूल्य पता चले…।
कभी हमारा देश जो दुनिया में सोने की चिड़िया के नाम से मशहूर था, को नष्ट करने में अंग्रेजों ने कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी । उन्होंने भारत की शिक्षा तथा उद्योग को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया । ताकि वह इसे अपने बाजार की तरह इस्तेमाल कर सकें । समूचा भारत गुलामी की जंजीरों में जकड़ गया ।
भारत को इन जंजीरों से मुक्त कराने के लिए हजारों हजार लोगों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी । शहीद हो गए तब जाकर कहीं यह आजादी हमको मिली है । हमें इसके महत्व को को भी समझना चाहिए ।
हम आज भी देखते हैं कि हमारे देश में कई प्रकार के फसाद होते रहते हैं । हम आपस में आज भी कई आधारों पर बटें हुए हैं । हम भारतवासियों को यह समझना पड़ेगा कि जितनी भी बार हम पदाक्रांत हुए ,हमें लूटा गया भारत को बर्बाद करने की कोशिश की गई । हर बार इसकी वजह सिर्फ एक ही थी और वह था हमारा आपसी मतभेद !
अगर हम वास्तव में भारत को एक मजबूत तथा विकसित राष्ट्र में बदलकर अपनी संस्कृति तथा देश के लिए दुनिया में सम्मान अर्जित करना चाहते हैं । मानवीय मूल्यों को स्थापित करना चाहते हैं,तो हमें तिरंगे के नीचे एक होने का प्रण करना होगा । हमें नियम कानूनों का भी अनुपालन करना पड़ेगा ।
आइए हम सब मिलकर इस तिरंगे के नीचे यह शपथ लें कि हम आपसी मतभेद को भूलकर भारत को मजबूत करने के लिए और दुनिया में अपने खोए हुए आत्मसम्मान को प्राप्त करने के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर देंगे… !
इन्हीं शब्दों के साथ एक शेर कहते हुए मैं आपसे विदा लेना चाहूंगा । कभी इकबाल ने कभी कहा था:-
यूनान-ओ-मिस्र-ओ-रूमा सब मिट गए जहाँ से
अब तक मगर है बाक़ी नाम-ओ-निशाँ हमारा
कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी
सदियों रहा है दुश्मन दौर-ए-ज़माँ हमारा
एक बार पुनः 72 वीं गणतंत्र 2021 दिवस की हार्दिक शुभकामनाओं के संग मुझे प्रेम पूर्वक सुनने के लिए सभी को बहुत-बहुत धन्यवाद… जय हिंद! वंदे मातरम !
उम्मीद है आपको हमारा गणतंत्र दिवस 2021 पर भाषण का प्रारूप– (republic day speech in hindi) अच्छा लगा होगा । इससे आपको हिन्दी भाषा में गणतंत्र दिवस पर भाषण तैयार करने में थोड़ी सहायता मिली होगी… कैसा लगा आपको हमारा यह प्रयास ? अपने विचार कमेंट बॉक्स में लिख कर हम तक जरूर भेंजे ।
निवेदन : – यदि आप हिन्दी में विविध विषयों पर अच्छा लिखते हैं या आपको अच्छा इमेज बनाने आता है या कोई ऐसी skill आपमें है जिसकी आप समझते हैं कि vicharkranti blog को जरूरत हो सकती है तो कृपया आप हमारे पेज work4vicharkranti पर जाकर अपना details सबमिट कीजिए । साथ ही हमें एक मेल भी डाल दीजिए हमारा email id है [email protected] । हमारी टीम आपसे संपर्क कर लेगी ।
संदर्भ (Reference )
- वेबदुनिया का गणतंत्र दिवस लेख सहित इंटरनेट की अन्य सामग्रियाँ
- करियर इंडिया का गणतंत्र दिवस पर भाषण