indian president list in hindi

भारत के राष्ट्रपति | Indian President List in Hindi

Written by-VicharKranti Editorial Team

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दोस्त इस पोस्ट-Indian president list in Hindi को पूरा पढ़ने के उपरांत आप भारत के राष्ट्रपति की सांविधानिक व्यवस्था , इस पद पर पहुँचने के लिए आवश्यक योग्यता, राष्ट्रपति के निर्वाचन की प्रक्रिया , भारतीय संविधान के अंतर्गत राष्ट्रपति को मिले विशेषाधिकार के अलावा अब तक के सभी राष्ट्रपतियों के बारे में संक्षिप्त जानकारी भी प्राप्त कर पाएंगे । विशेष रूप से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में लगे विद्यार्थियों के लिए, अंत में हमने अब तक के सभी राष्ट्रपति के नाम,कार्यकाल आदि का संक्षिप्त विवरण एक टेबल के रूप में दे दिया है ।

भारत के राष्ट्रपति से संबंधित यह पोस्ट थोड़ा बड़ा हो गया है , इसलिए आप से निवेदन है कि आप अपने लिए उपयोगी जानकारियों को नीचे Content Summary से देख कर पढ़ सकतें हैं , यदि आप पूरा पोस्ट नहीं पढ़ना चाहें तो …! बाकी इस पोस्ट पर आप अपने विचारों से हमें जरूर अवगत कराएं ।

भारत के राष्ट्रपति

भारत एक संघीय गणराजय है, राष्ट्रपति जिसके पदेन अध्यक्ष होते हैं। भारतीय संविधान की सारी कार्यकारी शक्तियाँ उनमें नीहीत हैं, यानि सारे कार्यकारी शक्तियों के वह मालिक हैं । राष्ट्रपति भारतीय संविधान की मूल आत्मा के संरक्षक होते हैं । संसद द्वारा पारित कोई भी विधेयक, बिना उनकी स्वीकृति और हस्ताक्षर के कानून नहीं बन सकता यही राष्ट्रपति पद की महता का सूचक है।


राष्ट्रपति पद हेतु अर्हता/योग्यता


राष्ट्रपति बनने के लिए भारतीय संविधान के द्वारा कुछ योग्यताएँ निर्धारित की गई है जिसको पूरा करने वाला व्यक्ति ही भारत का राष्ट्रपति बन सकता है। आगे हम इन्हीं योग्यता शर्तों का उल्लेख कर रहे हैं।

  • व्यक्ति भारत का नागरिक हो ।
  • उसकी उम्र 35 वर्ष हो
  • एक लोकसभा सदस्य बनने के लिए सभी योग्यताएँ रखता हो।
  • इसके अलावा वह किसी लाभ के पद पर नहीं हो।

राष्ट्रपति की चयन प्रक्रिया

भारत में राष्ट्रपति का चुनाव अमेरिका जैसे देशों की तरह प्रत्यक्ष नहीं होकर परोक्ष वा अप्रत्यक्ष रूप से होता है। इस प्रणाली के अंतर्गत जनता सीधे राष्ट्रपति चुनाव प्रक्रिया में भाग नहीं लेती है बल्कि जनता द्वारा चुने हुए प्रतिनिधि राष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया में भाग लेते हैं।

राष्ट्रपति का चुनाव एकल संक्रमणीय आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रक्रिया द्वारा होता है। राष्ट्रपति के निर्वाचन हेतु एक निर्वाचक मण्डल (electoral college) का गठन होता है ,जिसमें भारत के संसद को दोनों सदनों के निर्वाचित प्रतिनिधि तथा राज्य विधानसभाओं तथा संघीय प्रान्तों के निर्वाचित प्रतिनिधि भाग लेते हैं।

यहाँ दो बातें महत्वपूर्ण हो जाती हैं- पहला यह कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए जो इलेक्टोरल कॉलेज बनता है उसमें राज्य विधानसभा के निर्वाचित सदस्य और देश के दोनों सदनों (यानी लोकसभा और राज्य सभा के) निर्वाचित सदस्य ही भाग लेते हैं। इसमें राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत सदस्य और राज्य विधान परिषद के सदस्य भाग नहीं लेते हैं ।(भारत के कुल नौ राज्यों में विधान परिषद अस्तित्व में है।)
दूसरी बात यह कि
उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए जो निर्वाचक मण्डल बनता है वह राष्ट्रपति चुनाव के लिए बनने वाले निर्वाचक मण्डल से थोड़ा अलग इस मायने मे होता है कि – इसमें (निर्वाचक मण्डल -electoral college में ) सिर्फ लोकसभा और राज्यसभा के निर्वाचित सदस्य ही भाग लेते हैं। राज्य और संघ शासित प्रदेशों के निर्वाचित सदस्य मतदान नहीं करते हैं ।

एकल संक्रमणीय मत पद्धति

आगे हम भारत के अब तक के सभी राष्ट्रपतियों की एक सूची(from 1950 all Indian president list Hindi) और उनके बारे में कुछ अहम जानकारी देने का प्रयास जरूर करेंगे लेकिन उससे पहले बात कर लेते हैं राष्ट्रपति पद हेतु अपनायी जाने वाली निर्वाचन प्रक्रिया के बारे में –

राष्ट्रपति का चुनाव एकल संक्रमनीय आनुपातिक मत प्रणाली (proportional representation with means of a single transferable vote ) के द्वारा होता है।

राष्ट्रपति का चुनाव एकल संक्रमनीय आनुपातिक मत प्रणाली (single transferable system) से होता है। एकल संक्रमणीय मत प्रणाली ( single transferable system ) की विशेषता यह है कि इसमें भाग लेने वाला मतदाता एक ही मत देता है, लेकिन वह इस पद के लिए दावेदारी प्रस्तुत करने वाले उम्मीदवारों को प्राथमिकता के आधार पर वोट देता है। जिसमें वह ये बताता है कि उसकी पहली पसंद कौन है दूसरी पसंद कौन हैं और तीसरी पसंद कौन हैं?

इस प्रणाली की एक विशेषता यह भी है कि वोट डालने वाले विधायक और सांसद के मत का महत्व भी अलग-अलग होता है। दो अलग-अलग राज्यों के विधायकों के मतों का महत्व/वेटेज अलग अलग होता है। वेटेज चूंकि जनसंख्या के आधार पर तय किया जाता है इसलिए इसे आनुपातिक प्रतिनिधित्व कहते हैं।

एकल संक्रमणीय आनुपातिक प्रतिनिधित्व द्वारा होने वाली चयन प्रक्रिया की विशेषता है कि इसमें लोग अपनी पहली और दूसरी और तीसरी पसंद को दर्ज करते हैं। इसलिए यदि किसी कारण वश पहली पसंद के आधार पर कोई उम्मीदवार स्पष्टतः जीत नहीं दर्ज कर पाता है, तो उस स्थिति में निर्वाचक मण्डल द्वारा दर्ज की गयी दूसरी पसंद (second choice) के आधार पर विजेता की घोषणा की जाती है।

राष्ट्रपति की शक्तियां


राष्ट्रपति में चूंकि भारत संघ की सभी कार्यकारी शक्तियां निहित हैं । जिसमें राष्ट्रपति को अनुच्छेद 72 से लेकर अनुच्छेद 352,अनुच्छेद 356, अनुच्छेद 360 सहित अन्य अनुच्छेदों के अंतर्गत क्षमादान से लेकर वित्तीय आपातकाल लगाने तक की तमाम शक्तियां आती है। आगे हम विभिन्न अनुच्छेदों के अंतर्गत भारत के राष्ट्रपति को मिलने वाली विशेष शक्तियों का का उल्लेख कर रहे हैं।

  1. अनुच्छेद 72 : अनुच्छेद 72 के अंतर्गत प्राप्त क्षमादान की शक्तियों के आधार पर राष्ट्रपति किसी भी दोषी ठहराए गए व्यक्ति के दंड को क्षमा कर सकता है अथवा अपने विवेकाधीन शक्तियों का उपयोग करते हुए दंड को कम अथवा समाप्त भी कर सकता है। मृत्युदंड पाए व्यक्ति की सजा पर भी पुनर्विचार करने का अधिकार सिर्फ राष्ट्रपति को ही हैं।
  2. अनुच्छेद 74: अनुच्छेद 74 के अंतर्गत राष्ट्रपति को अपनी शक्तियों का निर्वहन करने के लिए बाध्य नहीं है। वह संसद द्वारा प्रस्तावित किसी भी कानून को पुनर्विचार के लिए भेज सकता है और दोनों सदनों के द्वारा पास कर के भेजे गए बिल को अपने पास रोक भी सकता है।धन विधेयक इसका अपवाद है।
  3. अनुच्छेद 75 : अनुच्छेद 75 के अंतर्गत प्राप्त शक्तियों के आधार पर ही राष्ट्रपति प्रधानमंत्री की नियुक्ति करता है। यह शक्ति उस स्थिति मे बहुत महत्वपूर्ण हो जाती है जब किसी भी राजनीतिक दल को स्पष्ट बहुमत प्राप्त नहीं हो। इस तरह से मिले मौके को कोई राजनीतिक दल जोड़-तोड़ के लिए भी उपयोग कर सकता है।
  4. अनुच्छेद 80: अनुच्छेद 80 के अंतर्गत राष्ट्रपति कला साहित्य विज्ञान और समाज सेवा के क्षेत्र में विशेष ज्ञान और व्यवहारिक अनुभव रखने वाले 12 गणमान्य व्यक्तियों को राज्य सभा के लिए मनोनीत करता है।

हालांकि राष्ट्रपति अपने इनमें से कुछ अत्यंत महत्वपूर्ण शक्तियों का प्रयोग मंत्रिमंडल की सलाह पर ही करते हैं लेकिन किसी भी विषय पर उनकी सहमति अत्यंत आवश्यक है।

(बाकी शक्तियों का उल्लेख किसी अन्य पोस्ट में विस्तृत रूप से करेंगे ।)

भारत के सभी राष्ट्रपतियों की सूची


आगे प्रस्तुत है – भारत के अब तक के सभी राष्ट्रपतियों का उनके कार्यकाल और विशेषताओं के साथ एक संक्षिप्त विवरण – Indian president list in Hindi

  1. डॉ राजेंद्र प्रसाद
  2. डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन
  3. जाकिर हुसैन
  4. वी वी गिरि
  5. फखरूद्दीन अली अहमद
  6. नीलम संजीव रेड्डी
  7. ज्ञानी जैल सिंह
  8. आरवेंकट रमण
  9. शंकर दयाल शर्मा
  10. के आर नारायणन
  11. डॉ एपीजे अब्दुल कलाम
  12. प्रतिभा देवी सिंह पाटिल
  13. प्रणव मुखर्जी
  14. राम नाथ कोविन्द
  15. द्रौपदी मुर्मू


अभी द्रौपदी मुर्मू भारत के 15वें राष्ट्रपति के रूप मे अपनी जिम्मेदारियों को संभाल रही हैं। आगे हम इस सूची- Indian president list in Hindi में दिए गए सभी राष्ट्रपतियों के बारे में संक्षिप्त जानकारी देने का प्रयास कर रहें हैं, जिसे आप अपने लिए उपयुक्त पाएंगे।


डॉ राजेंद्र प्रसाद :- डॉ राजेंद्र प्रसाद भारत के पहले राष्ट्रपति थे । ये भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा संविधान सभा भी के अध्यक्ष भी थे। इन्हें 1962 में भारतरत्न से सम्मानित किया गया था।


डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन :- डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारत के एक जाने माने शिक्षाविद थे। ये भारत के दूसरे राष्ट्रपति थे। इन्हें वर्ष 1954 मे भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। इनके जन्मदिवस के उपलक्ष्य में ही भारत में हम शिक्षक दिवस मानते हैं।


जाकिर हुसैन :- जाकिर हुसैन भारत के तीसरे राष्ट्रपति थे। ये भारत के पहले मुस्लिम राष्ट्रपति थे। राष्ट्रपति पद पर रहते हुए ही इनकी मृत्यु हो गयी थी, जिसके बाद मोहम्मद हिदायतुल्ला को भारत का पहला कार्यवाहक राष्ट्रपति 20 जुलाई 1969 से लेकर 24 अगस्त 1969 तक के लिए नियुक्त किया गया था।


वी वी गिरि :- वी वी गिरि भारत के चौथे राष्ट्रपति थे। इन्हें जब प्रथम चक्र की मत गणना में स्पष्ट बहुमत नहीं मिला तो फिर द्वितीय चक्र (second Round) की गिनती हुई जिसमें ये विजयी घोषित हुए। इन्हें भी 1975 मे भारत रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया।


फखरुद्दीन अली अहमद:-फखरुद्दीन अली अहमद ऐसे दूसरे राष्ट्रपति हुए जिनकी पद पर रहते हुए मृत्यु हो गयी थी। इनके बाद श्री बी डी जट्टी को कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया गया था।


नीलम संजीव रेड्डी : – नीलम संजीव रेड्डी भारत के छठे राष्ट्रपति थे। राष्ट्रपति बनने से पूर्व ये आंध्र प्रदेश राज्य के मुख्यमंत्री भी रहें हैं। पहली बार ये चुनाव हार गए थे लेकिन फिर दूसरी बार की उम्मीदवारी में इन्हें विजय श्री की प्राप्ति हुई ।


ज्ञानी जैल सिंह:- ज्ञानी जैल सिंह भारत के सातवें राष्ट्रपति थे। राष्ट्रपति बनने के पूर्व कई महत्वपूर्ण राजनीतिक पदों पर भी रहे । इनका कार्यकाल काफी उथल-पुथल से भरा हुआ था । उसी दौरान खलिस्थान आंदोलन को दबाने के लिए ऑपरेशन blue star हुआ और फिर इंदिरा गांधी की हत्या के बाद सिख विरोधी दंगे भी हुए ।


आर वेंकटरामन :- भारत के आठवें राष्ट्रपति आर वेंकट रमण एक वकील , प्रसिद्ध राजनेता और एक स्वतन्त्रता सेनानी भी थे ।


डॉ शंकर दयाल शर्मा :- भारत के नौवें राष्ट्रपति बनने से पहले ये मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री और भारत का आठवें उपराष्ट्रपति भी रह चुके थे । ये एक प्रसिद्ध वकील और राजनेता थे। इन्हें इंटरनेशनल बार काउंसिल द्वारा living legend of law नामक सम्मान से भी सम्मानित किया गया था


के आर नारायणन : भारत के दसवें राष्ट्रपति थे । ये पहले मलयाली राष्ट्रपति थे। इसके साथ ही ये पहले दलित राष्ट्रपति भी थे।


डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम :-भारत के ग्यारहवें राष्ट्रपति डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम का नाम भारतवर्ष में बड़े ही सम्मान के साथ लिया जाता है। इनका भारत के मिसाइल विकास कार्यक्रम मे अहम योगदान है। इसके साथ ही ये 1974 से 1998 तक भारत के परमाणु कार्यक्रम में भी काफी अहम रहें हैं।


प्रतिभा देवी सिंह पाटिल:-भारत के बारहवें राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा देवी सिंह पाटिल भारत की पहली और अबतक की एकमात्र महिला राष्ट्रपति रहीं हैं। राष्ट्रपति रहने से पूर्व ये 5 बार विधायक रही हैं (1962 से 1985 के दौरान) और 1991 मे महाराष्ट्र के अमरावती क्षेत्र से लोकसभा के लिए भी निर्वाचित हुई हैं।


प्रणव मुखर्जी :- प्रणव मुखर्जी भारत के तेरहवें राष्ट्रपति थे। राष्ट्रपति बनने से पूर्व ये भारतीय राजनीति मे कई पदों पर रहे और एक वितमंत्री के रूप मे इन्हें काफी सराहना मिली। इन्हे वर्ष 1997 मे सर्वश्रेष्ठ सांसद और 2008 मे पद्म विभूषण एवं 2019 में भारत रत्न से भी सम्मानित किया था ।


राम नाथ कोविन्द :- रामनाथ कोविन्द एक वकील और राजनैतिक व्यक्ति हैं। राष्ट्रपति बनने से पूर्व ये बिहार राज्य के राज्यपाल रह चुकें हैं, जहां इनके कार्यकाल को काफी सराहा गया । खासकर विश्वविद्यालयों में भ्रष्टाचार के मामलों में इनके द्वारा जांच हेतु न्यायिक आयोग के गठन की अनुशंसा एक प्रशंसनीय कदम रहा है।

द्रौपदी मुर्मू – द्रौपदी मुर्मू भारत के 15वें राष्ट्रपति पद पर चयनित हुई हैं । इनका जन्म 20 जून 1958 को ओड़िशा में  मयूरभंज जिले के बैदापोसी गांव में एक संथाल आदिवासी परिवार में हुआ। ये भारत की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति बनी हैं । इनका इस पद तक पहुंचना भारत के लोकतंत्र के लिए एक शुभ संकेत हैं ।

द्रौपदी मुर्मू ने आरंभिक जीवन में एक शिक्षिका का कार्य किया है । राष्ट्रपति बनने से पहले वह झारखंड राज्य की गवर्नर रह चुकी हैं । राष्ट्रपति पद के लिए भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली एनडीए गठबंधन की उमीदवार थीं ।

भारत के राष्ट्रपतियों से जुड़ी कुछ अहम बातें

  • सबसे अधिक समय तक पद पर रहने वाले राष्ट्रपति हैं – डॉ . राजेन्द्र प्रसाद
  • सबसे कम समय तक पद पर रहने वाले राष्ट्रपति हैं -जाकिर हुसैन
  • भारत की पहली और एकमात्र महिला राष्ट्रपति हैं – श्रीमती प्रतिभा देवी सिंह पाटिल
  • भारत के तीन अंतरिम राष्ट्रपतियों के नाम है क्रमशः -श्री हिदायतुल्ला, श्री वीवी गिरी और श्री बसप्पा दनप्पा जत्ती

भारत के भावी राष्ट्रपति को उनके पद और गोपनीयता की शपथ सर्वोच्च न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश दिलाते हैं । यदि किसी कारणवश सर्वोच्च न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश अनुपस्थित हों ,तो फिर इस कर्तव्य का निर्वहन उच्चतम न्यायालय के अन्य वरिष्ठतम न्यायाधीश द्वारा किया जाता है ।

संसद में महाभियोग की प्रक्रिया को चला कर ही राष्ट्रपति को पद से हटाया जा सकता है । वहीं यदि राष्ट्रपति स्वयं पदमुक्त होना चाहते हैं तो उन्हें अपना त्यागपत्र उपराष्ट्रपति को सौंपना पड़ता है ।

आगे हमने भारत के सभी राष्ट्रपतियों के कार्यकाल और उनके जीवनकाल(जन्म और मृत्यु वर्ष ) को संकलित करके एक टेबल की रूपरेखा में नीचे प्रस्तुत किया है । यह विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए विशेष रूप से उपयोगी होने वाला है ।

Indian president list in Hindi

क्रम संख्या राष्ट्रपति का नाम जन्म और मृत्यु कार्यकाल 
डॉ राजेंद्र प्रसाद1884 से  19631950 से 1962
डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन1888 से  19751962 से 1967 
जाकिर हुसैन1897 से 19691967 से 1969 
वीवी गिरी1897 से 19801969 से 1974 
फखरुद्दीन अली अहमद1905 से 1977 1974 से 1977 
नीलम संजीव रेड्डी1913 से 19961977 से 1982 
ज्ञानी जैल सिंह1916 से 19941982 से 1987 
आर वेंकटरमन1910 से 20091987 से 1992 
शंकर दयाल शर्मा1918 से  19991992 से 1997 
10 के आर नारायणन1920 से 20051997 से 2002 
11 डॉ एपीजे अब्दुल कलाम1931 से  20152002 से 2007 
12 प्रतिभा पाटिल1934-2007 से 2012 
13 प्रणब मुखर्जी1935 से 20202012 से 2017 
14 रामनाथ कोविंद1945-2017 से 2022  
15द्रौपदी मुर्मू1958 2022 से पद पर
भारत के राष्ट्रपतियों के नाम- List of Indian president © vicharkranti.com

राष्ट्रपति पूरे देश के संवैधानिक प्रधान होते हैं ,ऐसे में इस पद पर विराजमान किसी भी व्यक्ति को जाति और धर्म के दायरे में नहीं रखा जा सकता लेकिन हमनें प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रश्नों को ध्यान में रखते हुए कुछ जगहों पर ऐसा उल्लेख किया है । बाकी यह लेख(Indian president list in Hindi) कितना उपयोगी है ? या इसमें क्या कमी है ? इस पर हमें आपकी टिप्पणियों का इंतजार रहेगा ।

बने रहिये Vichar Kranti.Com के साथ । अपना बहुमूल्य समय देकर लेख पढ़ने के लिए आभार ! आने वाला समय आपके जीवन में शुभ हो ! फिर मुलाकात होगी किसी नए आर्टिकल में ..

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