लिखावट सुधारने के तरीके

लिखावट सुधारने के तरीके | Tips for Handwriting Improvement

Written by-आर के चौधरी

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Tips for Handwriting Improvement :अच्छा लिखना हम सब की ईच्छा होती है लेकिन सभी की लिखावट अच्छी नहीं होती । कारण मुख्य रूप से यह कि सही से शायद बताया नहीं गया । इस आर्टिकल में हमने आपके लिए सुंदर लिखावट के कुछ 9 टिप्स , लिखावट सुधारने के तरीके को सांझा किये हैं । जिसे अपनाकर आप अपनी हिन्दी अथवा इंग्लिश की लिखावट (Handwriting) को बेहद आकर्षक बना पाएंगे । लेकिन उससे पहले सुलेख और अच्छी लिखावट पर आपसे दो बातें भी करना चाहती हूँ ।

प्रकृति के द्वारा दिया गया कुछ उपहार जो हम इंसानों (होमोसेपीयन्स) को अन्य जीवों से अलग बनाता है उन्हीं महान उपहारों में से कलम पकड़कर हाथ से लिखना भी एक है ।अच्छी लिखावट अपने दोस्तों और सहयोगियों के बीच हमारी एक अलग छवि का निर्माण करती है । जमाना भले ही कितना भी डिजिटल हो गया हो लेकिन लिखने का चलन आज भी उतना ही प्रासंगिक है जितना कल था ।

लिखने का महत्व

मानव सभ्यताओं के विकास में लिखने की कला का बड़ा ही अहम योगदान रहा है। पुरानी पीढ़ियों ने अपनी आने वाली संततियों के लिए ज्ञान को संजोकर रखने का आरंभ किया जिससे नई पीढ़ी ने अपने जीवन विकास के कार्यक्रम को  वहां से शुरू किया जहां पुरानी पीढ़ी ने खत्म किया था ।  

मित्र , आप इस बात से इनकार नहीं करेंगे कि लिखावट हमारे व्यक्तित्व की पहली छाप छोड़ता है हमारे आसपास के लोगों पर । महज आज से लगभग 20 साल पहले लोग चिट्ठियों पर निर्भर रहा करते थे और जिन लोगों की hand writing अच्छी थी उनको अपने आस पास के लोगों के कुछ मनोभावों को चिट्ठी में लिखना ही पड़ता था । यह उनके लिए एक अनिवार्य समाज सेवा थी, जिसे कई बार नहीं चाहते हुए भी उन्हे करना ही पड़ता था।

कहीं कोई महत्वपूर्ण संदेश (समाद अथवा संवाद) भेजनी हो, किसी शुभ लग्न की पर्ची लिखानी हो या अन्य ऐसे ही नितांत व्यक्तिगत या पारिवारिक कार्य हों , चिट्ठियाँ और चिट्ठी के सहारे ही लिखावट हमारे जीवन में कितना महत्वपूर्ण रहा है शायद आप इसे समझ गए होंगे और खुद को इस सत्य से जोड़ भी पा रहे होंगे । 

लिखावट के फायदे और नुकसान

अच्छी लिखावट के लाभ अच्छा नहीं लिखने से नुकसान
पढ़ने में आसानी पढ़ने में कठिन
देखने में आकर्षक अपेक्षाकृत अनाकर्षक
सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि बाद में पढ़ने में दिक्कत
तथ्यों को पुनः याद करने में आसानी समझने की अस्पष्टता

अच्छी लिखावट पर लोगों के विचार

कभी महात्मा गांधी ने कहा था -बैड हैंडराइटिंग इज़ द सिम्बल ऑफ इमपरफेक्ट एजुकेशन (Bad Handwriting is the Symbol of Imperfect Education) । दुनिया के कई महान व्यक्तित्व ने भी इसे बहुत अहम माना है । अमेरिका के राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन ने भी अपनी खराब लिखावट(hindi handwriting ) के लिए कई बार अफसोस जताया था । 

मित्र कईबार हम लोग कैलग्राफी और हैन्ड राइटिंग को एक ही मान लेते है, लेकिन कलिग्रफी एक डिजाइनर आर्ट फॉर्मैट है  अक्षरों को लिखने का, और कैलिग्राफी बड़े ही आराम से किया जाता है। जबकि हैन्ड राइटिंग में हम फटाफट और तेजी से अपनी दैनिक जरूरत की चीजों या अपने मनोभावों को कागज पर उकेरतें हैं । 

अपनी लिखावट को सुधारने के कुछ अहम टिप्स और ट्रिक्स

यदि आप भी अपनी खराब लिखावट(Bad Handwriting in Hindi) से थोड़ा चिंतित है और उसमें सुधार चाहते हैं तो आगे हम आपको बताने वाले हैं राइटिंग सुधारने का वैज्ञानिक तरीका , लिखावट सुधारने के लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप्स (how to handwriting improve) जिसे अपनाकर आप अपनी लिखावट को बेहद सुंदर,आकर्षक और उत्कृष्ट बना पाया पाएंगे ।  चलिए जानते हैं राइटिंग सुधारने का आसान तरीकों को …

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लिखने से पहले का अभ्यास

लिखने में आम तौर पर हम रेखाओं (चाहे सरल सीधी रेखा हो या वक्र रेखा ) का उपयोग करते हैं । हिन्दी और अंग्रेजी वर्णमाला के लगभग सभी अक्षरों को इन्ही रेखाओं के संयोजन से लिखा जाता है । यदि आप बिल्कुल किसी नई वर्णमाला को सीख रहें हैं तो पहले खड़ी और पड़ी रेखाओं(Horizontal & Vertical Line) के साथ वृत अर्धवृत और अन्य कर्व बनाने का अभ्यास करे । 

यदि आप वर्णमाला से परीचित हैं और अपनी लिखावट तो बेहतर बनाना चाहते है तो भी  खाली पेज पर इन आकृतियों को बनाने का अभ्यास करें यह आपको निश्चित ही लाभ पहुचाएगा । आजकल स्कूलों में भी बच्चों को पहले यही स्टैन्डींग और स्लीपिंग लाइन से शुरुआत करवाते हैं । 

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लिखने की आदत विकसित करे

अंग्रेजी की एक खूबसूरत कहावत है प्रैक्टिस मेक्स ए मेन परफेक्ट । जी हां अभ्यास से ही एक नौसिखिया व्यक्ति निपुण व्यक्ति बनता है। यदि आप सच में अपने हैन्ड राइटिंग को लेकर चिंतित हैं तो अधिक से अधिक लिखने का प्रयास कीजिए । अपनी किसी प्रिय पत्रिका या पुस्तक से देखकर उसे सही-सही कॉपी पर लिखने का प्रयास कीजिए । 

आप यदि कामकाजी व्यक्ति हैं और व्यस्त रहते हैं, तो भी आप अपने दैनिक कार्यों में इस अभ्यास को शामिल कर सकतें हैं । उदाहरण के लिए यदि आप किसी को ईमेल करते हैं ,तो ईमेल करने के बदले में उसे लिख कर स्कैन कर के भेज दें ।  इसमें आपको ईमेल करने में थोड़ा ज्यादा समय लग सकता है लेकिन आपको अभ्यास के लिए अतिरिक्त समय नहीं निकालना पड़ेगा ।

लिखी हुए चीजें आज भी व्यक्तिगत स्तर पर ज्यादा जुड़ाव उत्पन्न करतीं हैं । हाथों की लिखावट आपको थोड़ा और करीब ला सकतीं हैं ,इसलिए जहां कहीं संभव हो लिख कर भेजने की कोशिश कीजिए । 

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सही तरीके से लिखे 

प्रारंभ में लिखने(hindi handwriting) के अभ्यास को थोड़ा ध्यान से कीजिए । शब्दों को लिखने के लिए अक्षरों का आकार न तो अधिक बड़ा होना चाहिए न ही ज्यादा छोटा । शब्दों और अक्षरों के बीच उपयुक्त और समान दूरी  हो इसका भी ध्यान रखिए । ऐसा न हो कि कहीं दो शब्दों के मध्य एक उंगली की दूरी हो और कहीं तीन उंगली की … ! 

आप जो भी अंतराल निर्धारित कर रहे हों उसका क्रम बना रहना चाहिए । अच्छी लिखावट में शब्दों के बीच तथा लाइन से लाइन की दूरी का बहुत महत्व है । यदि आप लिखने में इन दोनों दूरियों के सही अंतराल को पूरे पृष्ठ में दोहरा पाएंगे तो स्वतः ही आपकी लिखावट में एक नया आयाम जुड़ जाएगा । 

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लिखते समय सफाई का रखे ध्यान 

पृष्ठ को साफ सुथरे दिखने का -आपकी लिखावट के सुंदर दिखने में सबसे बड़ा योगदान होता है ।  ऊपर जैसा कि आप पढ़ चुके होंगे कि दो शब्द और दो लाइन के बीच समान दूरी होना अच्छी बात है । उसी प्रकार लिखने में हमे ओवर राइटिंग और बहुत अधिक कट-कुट करने से बचना चाहिए । 

यदि कोई शब्द गलत गलत लिख दिए हैं तो उसको केवल एक क्षैतिज लाइन से बीचों बीच काट कर पुनः आगे लिखना प्रारंभ कीजिए ।  इससे आपका लिखा हुआ अधिक स्पष्ट दिखाई पड़ेगा । उदाहरण :  इस आर्टिकल से आपको बहुत फायदा लाभ मिलेगा ।  (यहां बहुत फायदा पर ध्यान दीजिए )

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अच्छे लेखन सामग्री का उपयोग करे 

अच्छे लेखन सामग्री से हमारा तात्पर्य अच्छा पेन और अच्छे पृष्ठ वाली कॉपी और नोटबुक से है।  यहां अच्छा लेखन सामग्री अलग-अलग व्यक्तियों के लिए अलग-अलग  होगा । व्यक्तिगत तौर मैं Reynold Pen  से लिखना पसंद करता हूं । जिसे मैंने बहुत सारे पेन को  ट्राई करने के बाद अपने लिए सबसे उपयुक्त माना है । आप भी अपने हिसाब से लेखन सामग्रियों का चुनाव करें । 

कहने का मुख्य उदेश्य यह है कि उस पेन , पेंसिल ,और कागज का इस्तेमाल करिए जिसका उपयोग करते हुए लिखना आपको व्यक्तिगत तौर पर अच्छा अनुभव  देता है। जिसका उपयोग करने से आपकी लिखावट सुंदर और साफ-सुथरी दिखती है ।

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अक्षरों के मूल आकृति को बनाए रखें 

प्रत्येक भाषा के वर्णमाला में प्रत्येक अक्षर को एक विशिष्ट आकार दिया जाता है । अपने लेखन अभ्यास(hindi handwriting practice) के दौरान आपका यह प्रयास रहना चाहिए उस निर्धारित मानक आकृति को उसके असली रूप में लिखे न कि उसमें अपनी सहूलियत के हिसाब से कुछ परिवर्तन कर दें । 

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जल्दी लिखने का गलत तनाव

प्रारंभ में आप अधिक तेज नहीं लिख पाएंगे । इससे घबराने की कोई जरूरत नहीं है । दरअसल आपको शुरुआत में थोड़ा धीरे ही लिखने की कोशिश करनी चाहिए ताकि जो अक्षरों की आकृति है आप उसके अनुसार ठीक से अपने हाथों को घुमाना सीख ले । जब आप के हाथ और उँगलियां अक्षरों को सही से लिखने में अभ्यस्त हो जाए तो फिर आगे आप अपनी गति को बढ़ाने पर ध्यान दे सकते हैं । 

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पेन को दबाकर पकड़ना गलत 

कलम पकड़ना इंसानों को परमात्मा का दिया गया एक अनुपम उपहार है । इसलिए पेन सही से पकड़े । पेन या पेंसिल को  अपने अंगूठे तर्जनी और मध्यमा उंगलियों से ही पकड़े । इससे लिखने में आसानी होगी । इसके साथ ही पेन को सही से पकड़ने से हमारा तात्पर्य यह भी था कि पेन को बहुत जोड़ से दबाकर नहीं पकड़े ।

पेन पकड़ने के क्रम में आपके उंगलियों की मांसपेशियां दबाव महसूस नहीं करनी चाहिए, नहीं तो शुरू में यह आदत आपको अच्छी लग सकती है बाद में यदि एकाध पेज से ज्यादा लिखना पड़ा  तो नाखून दबाव में सफेद हो जाएगा और उँगलियां आगे लिखने में जवाब दे जाएंगी । 

9

नोटबुक को घूमा कर के देखें

मित्र हम सबको बचपन से सिखाया जाता है कि पेपर (नोटबुक) को कैसे रखे । सामान्यतया हम अपने सीध में लंबा करके रखते हैं । अक्सर लोगों के लिए यह काम करता है लेकिन मैं थोड़ा अलग अंदाज में लिखता हूँ जो मुझे आसान लगता है । 

जब मैं नोटबुक को लगभग 120 डिग्री के कोण में रख कर लिखता हूं तो मुझे बड़ा अच्छा लगता है । इसलिए मैं आप से भी अनुरोध करता हूँ कि आप अपने बैठने की जगह से थोड़ा-बहुत कॉपी को घूमा कर लिखने का प्रयास कीजिए ।

क्या पता कुछ अच्छा परिणाम आप के लिए भी निकाल आए । यदि कॉपी के रोटेशन से कोई फायदा आपको मिलता है तो कमेन्ट में जरूर बताना । 


हमें पूरा विश्वास है कि लिखावट सुधारने के तरीके (Tips for Handwriting Improvement) को लेकर प्रस्तुत हमारा यह लेख आपके लिए लाभदायक रहा होगा ।  हमारे इस प्रयास के प्रति आपके विचार और आवश्यक संसोधन हेतु आपके अनमोल सुझावों को हम तक कमेन्ट बॉक्स में लिख कर जरूर भेजें ताकि हम विद्यार्थियों के लिए और अधिक उपयोगी सामग्री प्रस्तुत कर सकें ! इस लेख को अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल्स पर शेयर भी करे क्योंकि Sharing is Caring !

बने रहिये Vichar Kranti.Com के साथ । अपना बहुमूल्य समय देकर लेख पढ़ने के लिए आभार ! आने वाला समय आपके जीवन में शुभ हो ! फिर मुलाकात होगी किसी नए आर्टिकल में ..

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