चार्जर और चार्जिंग के महत्व से हम सभी परिचित हैं.अपने सामान्य दैनिक कार्यों के अलावा कोई चीज जो हम प्रतिदिन करते हैं, वह है- अपने इलेक्ट्रॉनिक इक्विपमेंट(Electronic Equipments) की चार्जिंग.आइए जानते हैं fast-charger & fast charging के बारे में…
अधिकांशतः हम अपने इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में जिस बैटरी का उपयोग करते हैं वह लिथियम आयन बैट्री होता है. जितना ज्यादा एम ए एच की बैटरी होगी,उसको चार्ज करने में सामान्य स्थिति में उतना ही अधिक समय लगेगा और बड़ी बैटरी लगाने से उपकरण का आकार(form factor ) भी बड़ा हो जाएगा उसकी कीमत भी बढ़ जाएगी.
बैटरी टेक्नोलॉजी में बहुत तेजी से विकास नहीं हो पाया है और कंपनियों को हर महीने अपना नया फोन अथवा गैजट लॉन्च करना होता है ताकि वह दुनिया को दिखा सकें कि इस नए मॉडल में उसने अमुक काम करके कमाल कर दिया है.
ऐसी बैटरी जिसकी जिसका उपयोग करने से बैटरी लाइफ ज्यादा हो या उपयोग करने की अवधि लंबी हो उसके लिए बड़ी-बड़ी लिथियम बैटरी बनानी पड़ेगी और इससे मोबाइल फोन के फॉर्म फैक्टर पर भी उसके आकार और कीमत पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.
इसलिए कुछ नया ढूंढने के चक्कर में फास्ट चार्जिंग का कांसेप्ट आया.जहां उपभोक्ताओं को एक विकल्प दिया गया कि ठीक है हम बैटरी लाइफ को एक निश्चित सीमा से आगे नहीं बढ़ा सकते तो क्या हुआ….. हम बैटरी को चार्ज करने में लगने वाले समय को बहुत घटा देंगे बाकी ताकि यूजर्स बैटरी का चार्ज खत्म होने के बाद उसको बहुत तेजी से चार्ज कर सकें.
इस तरह कुछ अलग और आकर्षक दिखने की वजह से फ़ास्ट चार्जर(fast-charger) धीरे-धीरे पॉपुलर हो रहा है.
सामान्य चार्जर की पावर रेटिंग लगभग 5 अथवा 10 वाट की होती है.लेकिन फास्ट चार्जर(fast-charger) की rating 15-20 वाट या उसके आसपास की होती है.
पहले जो चार्जर रहते थे मोबाइल के लिए उनकी रेटिंग सामान्यतः 5 वोल्ट और 1 एंपियर की होती थी. जिसमें बाद में करंट सेटिंग को बढ़ाकर 2 एंपियर तक कर दिया गया.वर्तमान में जो फास्ट चार्जर आ रहे हैं उनमें करंट रेटिंग 3 से 4 एंपियर तक का होना बहुत सामान्य सा हो गया है,इस तरह ज्यादा पावर को भेजकर जल्दी से बैटरी चार्ज किया जाता है.
हालांकि फास्ट चार्जर का उपयोग करने से चार्जिंग बहुत तेजी से होगा यह कोई जरूरी नहीं है. फास्ट चार्जिंग के लिए हमारे फोन के चिपसेट को भी फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करना पड़ेगा. अर्थात हम जो मोबाइल फोन यूज करते हैं उसका जो प्रोसेसर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सर्किट है वह भी फास्ट चार्जिंग के अनुकूल होना चाहिए. तभी सच में फास्ट चार्जिंग काम कर पाएगा.
पावर मैनेजमेंट आई सी के बारे में हम सभी जानते हैं पावर मैनेजमेंट आईसी(power management IC) ही मोबाइल में अथवा संबंधित अन्य उपकरणों में बैटरी की चार्जिंग पर नियंत्रण रखता है.अगर किसी भी कारण से यह काम सही तरीके से नहीं करें,तो फास्ट चार्जिंग फोन में यह दुर्घटना का भी एक बड़ा कारण बन सकता है.
इसलिए आमतौर पर ऐसा सुझाव दिया जाता है कि अगर आप फास्ट चार्जिंग उपयोग कर रहे हैं तो उस समय (चार्जिंग के समय)अपने फोन का उपयोग करने से बचना चाहिए
चूँकि सैद्धांतिक तौर पर फास्ट चार्जर(fast-charger) मोबाइल के पावर मैनेजमेंट आईसी तक ज्यादा पावर भेजता है.इससे जिस पीसीबी पर सभी इलेक्ट्रॉनिक सर्किट लगे हुए हैं वह थोड़ा ज्यादा गर्म हो जाता है. और उस स्थिति में अगर हम फोन को और उपयोग करेंगे तो और ज्यादा गर्म होगा जिसकी वजह से ऐसा हो सकता है कि लिथियम आयन बैटरी फट पड़े जो अपने आप में बहुत ही भयावह दुर्घटना होगी.
जैसा कि हमने ऊपर बताया ज्यादा एमएएच(mah) की बैटरी को चार्ज करने में ज्यादा चार्जिंग टाइम लगना सामान्य चार्जर के लिए एक स्वाभाविक सी बात है.
आजकल विभिन्न प्रकार के फास्ट चार्जर आ रहे हैं. आज तकनीक में हर दिन कुछ न कुछ नया innovation होता रहता है. नई खोजें होती रहती हैं नए-नए डेवलपमेंट होते रहते हैं. तो फास्ट चार्जिंग के फील्ड में भी फास्ट चार्जिंग के क्षेत्र में भी बहुत सारे विकास हुए हैं. मोबाइल फोन के अंदर जो पावर मैनेजमेंट सर्किट(power management circuit) होती है उसके कारण शुरू में तो फोन बहुत तेजी से चार्ज होता है लेकिन एक निश्चित सीमा जैसे कि जब बैटरी 80% चार्ज हो जाए या 70% चार्ज हो जाए (यह लिमिट सेट किया जाता है फ़ोन मैन्युफैक्चरर के द्वारा )उसके बाद अमूमन फास्ट चार्जर भी सामान्य चार्जर की तरह ही धीरे-धीरे बैटरी को चार्ज करता है. यह दुर्घटनाओं से बचने का एक बहुत ही सुंदर एवं सुदृढ़ उपाय है
फास्ट फास्ट चार्जर का उपयोग करने से बैटरी के जीवनकाल पर भी नकारात्मक असर निश्चित रूप से पड़ता है. यह एक सामान्य सी बात है कि हम जिस किसी भी चीज का उपयोग करना शुरू करते हैं तो धीरे-धीरे उसकी गुणवत्ता बिगड़ने लगती है उपयोग में आने से मानवनिर्मित सभी चीजें कमजोर होतीं हैं…
fast-charger का उपयोग करने का मतलब है इस आजादी का उपयोग करके हम मोबाइल का भरपूर उपयोग करेंगे और फिर बार-बार उसको चार्ज करेंगे यानी कि चार्जिंग और डिसचार्जिंग की गतिविधि(process of charging and discharging) लगातार होगी. और ज्यादा चार्ज करने से बैटरी का लाइफ स्पैन जीवनकाल निश्चित रूप से प्रभावित होगी इसमें कोई दो राय नहीं हो सकता है.
अंत में कुछ सलाह(summary):-
- आवश्यकता से अधिक फोन का उपयोग मत करिए
- संभव हो तो फास्ट चार्जिंग से बचें
- अगर चार्जिंग का उपयोग कर रहे हैं तो उस समय मोबाइल का उपयोग नहीं करें कम से कम बहुत हैवी गेम जैसे कि पब्जी(PUBG) नहीं खेलें
- अगर उपयोग के क्रम में आपका फोन ज्यादा गर्म हो रहा है तो इसका ख्याल रखें और तत्काल उपयोग करना बंद करें
हमें आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है की फ़ोन चार्जर के बारे में यह पोस्ट आपके मन में उठ रहे कुछ प्रश्नों का उत्तर दे पाने में समर्थ हुआ होगा आपके जीवन में सबकुछ शुभ हो इन्हीं शुभकामनाओं के साथ फिर मिलेंगे धन्यवाद
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