कर्मचारी और आश्रित सम्बंधित नियम-Geovernment Employee & Dependents
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अगर आप एक सरकारी कर्मचारी है, और आपने नई नौकरी ज्वाइन की है.आप परिवार और उसकी परिभाषा तथा डिपेंडेंट यानी “आप पर निर्भर व्यक्तियों की परिभाषा क्या है ?” के बारे में जानने को उत्सुक हैं ,तो फिर इस लेख को पूरा पढ़ें यह निश्चित रूप से आपके लिए ही है.इसे पूरा पढ़िए और अपने अनुभव एवं विचार कमेंट बॉक्स में हम तक लिख भेजिए .
परिवार की परिभाषा क्या है ?
परिवार की स्वीकृति सामान्य रूप से पति -पत्नी बच्चे और बच्चों के दादा-दादी के रूप में होती है,जो कि सामान्यतया एक ही साथ; एक ही घर में निवास करते हैं. अगर परिप्रेक्ष्य थोड़ा विस्तृत रखा जाए तो परिवार में इन सदस्यों के अलावा अन्य और रक्त संबंध रखने वाले व्यक्तियों को भी शामिल किया जा सकता है.
सामान्य रूप से समाज के अनुसार बच्चों में संस्कार और व्यवहार हस्तांतरित करने में परिवार की अहम भूमिका होती है. लेकिन यहां हम परिवार की परिभाषा पर बात नहीं कर रहे हैं .यहां परिवार का उल्लेख इस संदर्भ विशेष में कर रहे हैं, जिसके आधार पर एक सरकारी कर्मचारी अपने नियोक्ता द्वारा मिलने वाली सुविधाओं का उपयोग कर सकता है.
विभिन्न परिभाषाओं के अनुसार सामान्य रूप से पति पत्नी और उनके बच्चों को एक परिवार माना जाता है. बच्चों के दादा-दादी सामान्य रूप से आश्रित की श्रेणी में आते हैं. यहां विभिन्न वेतन आयोग (Pay Commission) के आधार पर आश्रित होने की शर्तों को समय-समय पर परिभाषित किया जाता रहा है . सातवें वेतन आयोग के आधार पर आश्रित होने के लिए किसी भी व्यक्ति की मासिक आय कृषि सहित अन्य किसी भी जीविकोपार्जन के माध्यम से ₹9500/- प्रतिमाह से अधिक नहीं होनी चाहिए.
एक सरकारी कर्मचारी के रूप में परिवार की परिभाषा को तो आपने जान लिया अब यहाँ हम आश्रित की श्रेणी में आने वाले लोगों के बारे में बात करने वाले हैं
कौन हैं एक कर्मचारी पर आश्रित सदस्य ?
एक कर्मचारी के माता पिता पत्नी तथा बच्चों के अलावां अन्य ऐसे तमाम लोग जो अपना गुजर बसर करने के लिए, अपने जीवन यापन के लिए पूर्ण रूप से सरकारी कर्मचारी पर ही निर्भर हों, आश्रित(Dependents) की श्रेणी में आ जातें हैं
इसके अलावा विवाहित पुत्री को उस स्थिति में परिवार में माना जा सकता है जहां या तो उसे डायवोर्स दे दिया गया है या उसे उसके पति ने छोड़ दिया है .यदि वह विधवा है और पूर्ण रूप से अपने माता पिता पर आश्रित है. ऐसी स्थितियों में उसे परिवार का सदस्य माना जा सकता है
अन्य लोग जो आश्रित की श्रेणी में आएंगे
सौतेले माता पिता
- माता पिता या सौतेले माता पिता को उस स्थिति में इस सुविधा का लाभ दिया जा सकता है परिवार में माना जा सकता है जबकि वह पूर्ण रूप से सरकारी कर्मचारी पर आश्रित हो
छोटे भाई-बहन
- छोटे भाई और बहन जो वयस्क नहीं हए हैं और माता पिता पर निर्भर हैं वो कर्मचारी पर आश्रित माने जातें हैं
अविवाहित भाई और परित्यक्ता बहन
- अविवाहित छोटे भाई अथवा परित्यक्ता बहन जिसके उसके पति ने त्याग दिया हो और वह पूर्ण रूप से सरकारी कर्मचारी पर ही निर्भर हो इनको भी परिवार का हिस्सा माना जाता है
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Kya vidhwa putrabadhu /daughterinlaw aur uske bachche dependents honge.
vivahit behan ko anukampa nikuti mil sakti hai kya jab uska bhai avivahit tha aur uski mrityu ho gayi hai
जहां मेरी शादी हुई वहां सिर्फ दो लडकियां थी. मेरे सास-ससुर जो कि पेंशनधारी नहीं हैं उनका सारा जिम्मा मेरे ऊपर है. तो क्या उनको आश्रितों में शामिल किया जा सकता है. मेरे माता/पिता जीवित नहीं है. जब जीवित थे तब भी मेरे आश्रितों में नहीं थे क्योंकि वे सरकारी पेंशनधारी थे. मेरी पत्नी एक ग्रहणी है. मैं दिल्ली विश्वविदयालय में 2007 से सेवारत हूं. क्रपया विस्तार से बताएं. नमस्कार.
क्या आश्रित के बच्चों को मेडिकल ओर पढ़ाई के फीस की सुविधा दी जाती है.?