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शिक्षा के क्षेत्र में करियर | Career as a Teacher

Written by-VicharKranti Editorial Team

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इस लेख शिक्षा के क्षेत्र में करियर | career as a teacher के माध्यम से हम आपको शिक्षा के क्षेत्र में  उपलब्ध अहम करियर विकल्प यानि एक शिक्षक बन कर आप कैसे अपने करियर को एक अलग अंदाज और ऊंचाई दे सकते हैं पर चर्चा करने वाले हैं ।

शिक्षक बनना आपकी इच्छा

शिक्षा व्यक्ति के जन्म से लेकर मृत्यु तक निरंतर चलने वाली एक अनवरत प्रक्रिया है। शिक्षा के द्वारा ही एक पीढ़ी अपने आने वाली पीढ़ी को अपना ज्ञान, अनुभव और कौशल हस्तांतरित कर पाता है । शिक्षा के अभाव में कोई भी समाज वा नागरिक प्रगति नहीं कर सकते हैं। प्राचीन समय में जहां गुरुकुल ही एकमात्र शिक्षा प्राप्त करने की जगह हुआ करती थी वहीं आज विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के माध्यम से ऑनलाइन तथा ऑफलाइन मोड में शैक्षणिक गतिविधियों के लिए सुविधाएं सहज रूप से उपलब्ध है । विविध माध्यमों के द्वारा शिक्षक बच्चों को शिक्षित एवं प्रशिक्षित करने का कार्य करते हैं। 

वर्तमान परिदृश्य एवं जिम्मेदारी

एजुकेशन अपने आप में एक बहुत बड़ी इंडस्ट्री है इसमें शैक्षणिक गतिविधियों के अलावा अशैक्षणिक गतिविधियों के अलावा एडुटेक  का भी अपना हिस्सा और किरदार है। 

शिक्षा के क्षेत्र में सबसे सहज एवं सबसे उत्तरदायित्वपूर्ण करियर है शिक्षक के रूप में अपने को स्थापित करना । एक शिक्षक पर विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास की जिम्मेदारी होती है। जिसके लिए आपको विशेष कौशल और अनुभव की जरूरत पड़ती है।

इस दौरान आपको किसी भी निजी और सार्वजनिक शिक्षण संस्थान में अध्यापन का कार्य करते हुए छात्रों को अपने अनुभव का लाभ देना होता है। आधुनिक समय में शिक्षा की बढ़ती उपयोगिता के चलते शिक्षण संस्थानों की संख्या में वृद्धि होने लगी है। इसके अलावा, विद्यार्थी आजकल प्राइवेट ट्यूशन में जाकर भी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।

ऐसे में अपनी शिक्षा पूर्ण करने के बाद दूसरों को शिक्षित करने में अपना योगदान देना  चाहते हैं, तो शिक्षा के क्षेत्र में आप करियर की अपार संभावनाएं तलाश सकते हैं।

विभिन्न स्तरों पर शिक्षकों की नियुक्ति 

शिक्षक विद्यार्थियों को स्कूल, कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थानों में शिक्षा देते हैं। जहां आप अपने ज्ञान और अनुभव के आधार पर अलग अलग स्तरों, उदहरणस्वरूप- प्ले स्कूल, नर्सरी, प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल के बच्चों को पढ़ा सकते हैं। जिसके लिए आपको अध्यापन कौशल  और छोटे बच्चों की शिक्षण शैली को जानने की आवश्यकता पड़ती है। 

जबकि यदि आपके पास और अधिक ज्ञान है, तो आप कक्षा 6 से लेकर 8वीं तक के बच्चों को भी पढ़ा सकते हैं। इसके अलावा 9वीं कक्षा से लेकर 12वीं तक के विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए टीजीटी पास शिक्षक नियुक्त किए जाते हैं। उसके बाद स्नातक और परास्नातक स्तर पर पीजीटी और नेट क्वालीफाइड प्रोफेसर व असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति की जाती है।

इसके अलावा, आप शिक्षा के क्षेत्र में बतौर काउंसलर/ सलाहकार, गेस्ट लेक्चरर बनकर भी शिक्षक के तौर पर अपने करियर को ऊंची उड़ान दे सकते हैं। 

शिक्षा के विविध मोड 

कोविड-19 की भयंकर त्रासदी ने जब सामान्य मानवीय क्रियाकलापों पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी थी। जो आंशिक रूप से आज भी विद्यमान है ऐसे में सारी सेवाएं लगभग डिस्टल हो चुकी है शिक्षा भी इससे अछूता नहीं रहा ! 

आजकल ऑफलाइन क्लासेज और पढ़ाई से अधिक ऑनलाइन शिक्षा चलन में है। जहां विद्यार्थियों को वीडियो और ऑनलाइन कंटेंट के माध्यम से पढ़ाई कराई जाती है। ऑनलाइन शिक्षा के मामले में यूट्यूब पर exmapur, byjus, wifi study, unacademy, study iq समेत कई चैनलों ने महत्वपूर्ण सामग्रियों को निःशुल्क उपलब्ध करवा कर अध्यापन के तरीके को ही बदलकर रख दिया है। इसलिए यदि आप अपना करियर एक शिक्षक के रूप में career as a teacher बनाना चाहते हैं तो आपको इन चीजों का भी ध्यान रखना पड़ेगा ।

ऐसे में यदि आप कैमरे के सामने बोलने में घबराहट महसूस नहीं करते है, तो आप ऑनलाइन माध्यमों से भी शिक्षण का कार्य करके नाम और पैसा दोनों कमा सकते हैं।

करियर का महत्व

एक शिक्षक किसी भी समाज का आवश्यक अंग होता है। जिसके मार्गदर्शन में  ही आने वाली पीढ़ी का भविष्य तय होता है। साथ ही प्रत्येक विद्यार्थी के उज्ज्वल भविष्य का रास्ता भी शिक्षा  के गलियारे से होकर ही जाता है।

एक शिक्षक बनकर आप ना केवल धन कमाते हैं, बल्कि इस क्षेत्र में आपको सम्मान की भी कोई कमी नहीं रहती है। फिर चाहे आप किसी प्राइवेट संस्थान में शिक्षक हो या सरकारी। 

यदि आप एक अच्छे टीचर हैं, तो इस क्षेत्र में आपको अपनी काबिलियत और ज्ञान के आधार पर काफी प्रसिद्धि मिलती है। हमारे समाज में सावित्रीबाई फुले, सर्वपल्ली राधाकृष्णन,डॉ. अबुल कलाम आजाद आदि अनेक शिक्षकों ने जन्म लिया है।  जिन्होंने अपने ज्ञान के बल पर समाज को एक नई दिशा प्रदान की। 

ऐसे में शिक्षक बनना एक पुनीत कर्तव्य भी है। जिसके माध्यम से आप आने वाली पीढ़ी के भविष्य को संवारने का प्रयत्न करते हैं, और एक शिक्षक के कंधे पर ही भावी पीढ़ी का आने वाला कल निर्भर करता है।

शिक्षक बनने के लिए आवश्यक योग्यता

शिक्षा पर राज्य और केंद्र दोनों ही सरकारें अपने अपने दायरे में कानून बनाती हैं। ऐसे में पात्रता की शर्तें कमोबेश हर जगह के लिए एक ही होती है है आगे हम career as a teacher के लिए कुछ आवश्यक योग्यताओं की चर्चा कर रहे हैं इन योग्यताओं के साथ आप शिक्षक बनने बनकर अपने करियर को नई दिशा दे सकते हैं – 

  1. शिक्षा के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए-( शिक्षक बनने के लिए ) आपकी उम्र 18 से 45 वर्ष के बीच होनी चाहिए। इसमें विभिन्न वर्गों के लिए निर्धारित सीमा के लिए विभिन्न राज्य सरकारों एवं केंद्र के द्वारा जारी notifications को देख सकते हैं । 
  2. इसके साथ ही भारत में सरकारी स्कूलों में पढ़ाने के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षाएं देनी पड़ती है।
  3. शिक्षक बनने के लिए आपको टीईटी (TET), सीटीईटी (CTET), एसटीईटी (Super TET) आदि परीक्षाएं उत्तीर्ण करनी पड़ती है।
  4. किसी भी निजी और सरकारी शिक्षण संस्थान में पढ़ाने के लिए आपको 12वीं के बाद शिक्षण ट्रेनिंग करनी पड़ती है।
  5. शिक्षक बनने के लिए आपकी अध्ययन और अध्यापन में रूचि होना चाहिए। साथ ही आपमें हमेशा कुछ नया सीखने की ललक, रचनात्मकता एवं खुद को आसान तरीकों से व्यक्त करने की क्षमता  होना आवश्यक है।

आवश्यक कोर्स और फीस

इस लेख career as a teacher में आगे बात कोर्स और उसमें खर्च खर्च होने वाले पैसे की । शिक्षक बनने के लिए आप 12वीं के बाद निम्न कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं, जिनके लिए प्राइवेट कॉलेज में 50,000/- से लेकर 1 लाख तक और सरकारी शिक्षण संस्थानों में 10,000/- से लेकर 30,000/- तक फीस निर्धारित की गई है।

B.ed (Bachelor of Education): यह ग्रेजुएट होने के बाद दो वर्षीय कोर्स है। जिसको करने के बाद आप कक्षा 1 से लेकर 8 तक के बच्चों को पढ़ा सकते हैं। इस कोर्स में प्रवेश परीक्षा के आधार पर दाखिला मिलता है। वर्तमान शिक्षा नीति 2020 के अनुसार, बीएड अब 12वीं के बाद भी किया जा सकता है। जोकि 4वर्षीय पाठ्यक्रम होगा, इसमें आपको स्नातक और बीएड दोनों कोर्स एक साथ कराए जाएंगे।

BTC (Basic Training Certificate): उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा यह टीचर ट्रेनिंग कराई जाती है। जिसमें मेरिट के आधार पर प्रवेश मिलता है। यह भी दो वर्षीय कोर्स है, जिसको करने के बाद आप कक्षा 5 तक के विद्यार्थियों को पढ़ा सकते हैं।

NTT (Diploma in Nursery Teacher training): इस NTT ट्रेनिंग को करने के बाद आप प्राइमरी स्तर पर अध्यापक बनने के लिए योग्य हो जाते हैं।

D.Ed (Diploma in education): यह भी एक प्रकार की टीचर ट्रेनिंग होती है, जिसके बाद आपको शिक्षक अध्यापन का डिप्लोमा मिल जाता है। यह टीचर ट्रेनिंग बिहार और मध्य प्रदेश में 12वीं के बाद कराई जाती है।

B. P Ed (bachelor of physical education): यह एक स्नातक कोर्स है, जिसे करने के बाद आप शारीरिक शिक्षा के अध्यापक बन सकते हैं।

JBT (junior teacher training): इसके माध्यम से आप प्राइमरी स्कूलों में बतौर अध्यापक पढ़ा सकते हैं। यह कोर्स आप 12वीं के बाद कर सकते हैं।

M.ed (masters in education): 

यह एक दो वर्षीय मास्टर डिग्री है, जिसे बीएड करने के बाद किया जाता है। इनमें से कुछ कोर्स करने के बाद आपको राज्य और केंद्र स्तर पर कराई जाने वाली शिक्षक पात्रता परीक्षाएं देनी पड़ती है। राज्य स्तरपर आपको टीईटी यानि टीचर एलिजिबिटी टेस्ट देना पड़ता है। जबकि केंद्र सरकार द्वारा हर वर्ष सीटीईटी (सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट) कराया जाता है। 

इसके बाद आपको सुपर टीईटी की परीक्षा भी उत्तीर्ण करना अनिवार्य कर दिया गया है ।  इन सभी परीक्षाओं में नंबर के आधार पर आप सरकारी शिक्षक बनते हैं। जबकि प्राइवेट संस्थानों में आपको टीचर ट्रेनिंग करने के बाद आकी मेरिट के आधार पर पढ़ाने का मौका मिल जाता है। 

इसके अलावा, 12वीं के बाद पढ़ाने के लिए आपको नेट (नेशनल एलिजिबिल्टी परीक्षा) देनी पड़ती है। जिसके बाद आप पीएचडी करके कॉलेज में प्रोफेसर के तौर पर भी  पढ़ा सकते हैं।  साथ ही टीजीटी और पीजीटी में आधार पर भी शिक्षक भर्तियां की जाती है।

प्रमुख कॉलेज

आप अपना करियर एक टीचर career as a teacher बनाने के लिए भारत के किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ऊपर बताए गए कोर्स कर सकते हैं। जहां आपको प्रवेश परीक्षा या मेरिट के आधार पर प्रवेश मिल जाता है। जिनमें से कुछ प्रमुख और शिक्षण संस्थान निम्न हैं:-

  1. दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली
  2. बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, बनारस
  3. जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय, दिल्ली
  4. लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ
  5. हिंदू कॉलेज, दिल्ली
  6. काशी विद्यापीठ, बनारस
  7. इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, दिल्ली
  8. डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा
  9. राजस्थान विश्वविद्यालय, राजस्थान
  10. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ़

सैलरी

इस लेख शिक्षा के क्षेत्र में करियर – career as a teacher  में आगे जानिए शिक्षक के रूप में मिलने वाले सैलरी के बारे में । शिक्षक बनने के बाद आप अपने ज्ञान और अनुभव के आधार पर अच्छा पैसा कमा सकते हैं। जहां सरकारी शिक्षक महीने में 50,000/- से 60,000/- कमा लेते हैं, तो वहीं प्राइवेट शिक्षक के तौर पर आपकी शुरुआती आमदनी 15000 से लेकर 20,000/-  तक होती है। इसके अलावा आप प्राइवेट कोचिंग एवं वर्तमान में ट्रेंडिंग डिजिटल व ऑनलाइन माध्यमों से पढ़ाकर भी शिक्षा के क्षेत्र में खुद को शिक्षक के तौर पर स्थापित कर सकते हैं और पैसा कमा सकते हैं।

शिक्षा से जुड़े कुछ अहम प्रश्न 

इस करियर लेख career as a teacher में आगे जानिए शिक्षा के क्षेत्र में करियर बनाने से पहले सामान्यतः मन में उठने वाले बहुतेरे सवालों के संभावित उत्तरों के बारे में …

शिक्षक बनने के लिए आवश्यक योग्यता क्या है?

शिक्षक बनने के लिए आपका 12वीं उत्तीर्ण होना आवश्यक है। साथ ही आपको टीचर ट्रेनिंग करने के बाद राज्य और केंद्र स्तर पर कराई जाने वाली शिक्षक पात्रता परीक्षाएं पास करनी होती हैं।

क्या शिक्षण कार्य बहुत कठिन है?

ऐसा नहीं है, शिक्षक का कार्य बेहद ही जिम्मेदारी वाला कार्य है, जिसे केवल वही व्यक्ति सही तरह से अंजाम दे सकता है, जिसकी अध्यापन में रूचि है।

शिक्षक बनने के लिए क्या करें?

शिक्षक बनने के लिए आपको टीचर ट्रेनिंग करनी होती है, इसके बाद शिक्षक पात्रता परीक्षाएं उत्तीर्ण करनी पड़ती हैं।

सरकारी और प्राइवेट शिक्षक में से क्या बनना उपयुक्त है?

दोनों ही अपनी जगह उपयोगी हैं, लेकिन आर्थिक मामलों में देखा जाए तो सरकारी शिक्षक की आमदनी प्राइवेट से काफी ज्यादा होती है। लेकिन सरकारी शिक्षक बनने के लिए आपको कठिन प्रतियोगिता देनी पड़ती है और कई सालों तक शिक्षक भर्ती का इंतजार भी करना पड़ सकता है।

शिक्षण कैसा क्षेत्र है?

शिक्षण एक dynamic क्षेत्र है, जहां आपको प्रतिदिन कुछ ना कुछ सीखने को अवश्य मिलता है।

प्रश्न और उत्तर


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विचारक्रान्ति के लिए – अंशिका

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