इस लेख – Career after MBA में चर्चा एमबीए के बाद के प्रमुख करियर विकल्पों की । एक बिजनेस स्कूल में एमबीए की पढ़ाई के दौरान स्टूडेंट्स को अपने व्यक्तित्व विकास का सुनहरा मौका ही उन्हें दुनियाँ से अलग बनती है ।
और यही कारण है कि आज भी एमबीए एक लोकप्रिय कोर्स और एमबीए करने के बाद स्टूडेंट्स विभिन्न कंपनियों और नियोक्ताओं के लिए अपने बिजनेस को बड़ा और खड़ा करने के लिए पहली पसंद बने हुए हैं ।
आज की ध्यान केंद्रित अर्थव्यवस्था में बिजनेस की अच्छी समझ रखने वाले लोगों के लिए मौके ही मौके हैं। ऐसे में स्टूडेंट के लिए एमबीए के बाद अपने लिए सही करियर विकल्प (Career after MBA) चयन की रूपरेखा बनाना कठिन हो सकता है ।
आपके लिए इस काम को आसान करना ही इस लेख में का मकसद है ताकि आप अपने पसंद के स्ट्रीम में स्पेशलाइजेशन कर अपनी बिजनेस और लीडरशिप स्किल को बढ़ा कर स्वर्णिम भविष्य का निर्माण कर सकें ।
फाइनांस में एमबीए (Career After MBA in Finance):
Topic Index
- 1 फाइनांस में एमबीए (Career After MBA in Finance):
- 2 ▪️बिजनेस एनालिटिक्स में एमबीए (Career After MBA in Business Analytics):
- 3 ▪️मार्केटिंग में एमबीए (Career After MBA in Marketing):
- 4 ▪️ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट में एमबीए (MBA in Human Resource Management):
- 5 ▪️ऑपरेशंस मैनेजमेंट में एमबीए (MBA in Operations Management):
- 6 Career after MBA से संबंधित FAQ
एमबीए इन फाइनेंस बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन का एक बेहद लोकप्रिय स्पेशलाइजेशन कोर्स। है। इसमें स्टूडेंट्स को मुख्य रूप से वित्तीय प्रबंधन ओं के बारे में पढ़ाया जाता है।
दरअसल फाइनांस मैनेजमेंट एक इंडस्ट्री के फाइनेंशियल रिसोर्सेज की प्लानिंग, विनियम और मैनेजमेंट पर ही आधारित है।
इसमें आप इंटरनेशनल फाइनेंस, टैक्सेशन, इन्वेस्टमेंट और इंश्योरेंस जैसे क्षेत्रों में विशेषज्ञता हासिल करने के साथ ही फाइनेंशियल स्टेटमेंट के विश्लेषण और उसकी रिर्पोटिंग के संबंध में भी दक्षता प्राप्त करते हैं।
MBA Finance करने के बाद आपके लिए कॉरपोरेट फाइनेंस, कॉरपोरेट बैंकिंग, क्रेडिट रिस्क मैनेजमेंट, ऐसेट मैनेजमेंट, हेज फंड मैनेजमेंट, प्राइवेट इक्विटी, ट्रेजरी, सेल्स एंड ट्रेनिंग जैसे क्षेत्रों में करियर बनाने के लिए अच्छे विकल्प हैं।
आप फाइनेंस मैनेजर अकाउंट्स मैनेजर क्रेडिट एनालिस्ट फाइनेंशियल मैनेजर एनालिस्ट रिजल्ट जैसे तमाम पदों पर काम करने के लिए उपयुक्त हो जाते हैं। अच्छे संस्थानों में अच्छी सैलरी भी मिलती है ।
▪️बिजनेस एनालिटिक्स में एमबीए (Career After MBA in Business Analytics):
दरअसल बिजनेस एनालिटिक्स में एमबीए एक स्पेशलाइजेशन फील्ड है जोकि विद्यार्थियों को अलग-अलग एनालिटिकल टूल्स जैसे predictive modelling, data visualization आदि का उपयोग करने का सही तरीका सिखाता है।
इसमें आप विभिन्न स्रोतों से डाटा को जुटाना तथा उनका विश्लेषण कर मार्केट ट्रेंड कस्टमर बिहेवियर और बिजनेस इंटेलिजेंस जैसे तमाम चीजों के ज्ञाता बन जाते हैं।
आज की सूचना प्रौद्योगिकी युग में जिस तरह से विभिन्न क्षेत्रों में कंपनियों का विस्तार और प्रोडक्ट का निर्माण हो रहा है उसमें डाटा एनालिसिस कितना महत्वपूर्ण है इसका आप बस अंदाजा ही लगा सकते हैं
आपको बता दे कि बिजनेस एनालिटिक्स में डिग्री के बाद आप सूचना प्रौद्योगिकी, वित्तीय संस्थानों, ई-कॉमर्स और हेल्थ केयर जैसे कई क्षेत्रों में नौकरी पा सकते हैं।
साथ ही एक्सेंचर, बोस्टन कंसलटिंग ग्रुप, विप्रो, कैपजेमिनी, अमेजॉन आदि जैसी कंपनियां बिजनेस एनालिटिक्स प्रोफेशनल की भारी संख्या में भर्ती करती हैं।
▪️मार्केटिंग में एमबीए (Career After MBA in Marketing):
अब Career after MBA में अगर मार्केटिंग मैनेजमेंट में एमबीए की बात की जाए तो ये बिजनेस के मार्केटिंग पहलू पर केंद्रित होता है। इसमें विद्यार्थियों को ब्रांड की मार्केटिंग, बिक्री, विभिन्न मार्केटिंग चैनलों और तकनीकों, प्रोडक्ट मैनेजमेंट, मार्केट रिसर्च, कस्टमर बिहेवियर, एग्जीक्यूटिव और लीडरशिप मैनेजमेंट स्किल के बारे में पढ़ाया जाता है।
मार्केटिंग शुरू से ही एमबीए का मुख्य वैसे रहा है लेकिन इंटरनेट के विस्तार के साथ बढ़ी चुनौती और संभावना ने एमबीए इन मार्केटिंग को बहुत ज्यादा प्रासंगिक बना दिया है।
इसमें आपको मार्केट में उपलब्ध विभिन्न डाटा प्वाइंट्स का विश्लेषण करके अपनी कंपनी के प्रोडक्ट के लिए एक प्रभावी रणनीति बनानी होती है ताकि एक और जहां आपके क्रिएटिव स्किल की वजह से कंपनी को नए ग्राहक मिले वही पुराने लोग भी आपके कंपनी के प्रोडक्ट के साथ रहे।
इस क्षेत्र में सफल होने के लिए बिजनेस, क्रिएटिव और पीपुल्स स्किल बेहद जरूरी होता है ।
मार्केटिंग मैनेजमेंट में एमबीए कंप्लीट करने के बाद आप बिजनेस मार्केटिंग, कॉम्पिटेटिव मार्केटिंग, ऑनलाइन मार्केटिंग, कस्टमर रिलेशनशिप, मार्केटिंग एनालिटिकल, मार्केटिंग एडवरटाइजिंग, मैनेजमेंट प्रोडक्ट एंड ब्रांड मैनेजमेंट, रिटेल मैनेजमेंट जैसे कई क्षेत्रों में नौकरी कर सकते हैं।
▪️ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट में एमबीए (MBA in Human Resource Management):
बिना मानव संसाधन का सहयोग लिए किसी भी बिजनेस को ऊंचाई तक शायद नहीं पहुंचा जा सकता। इसलिए वर्कफोर्स मैनेजमेंट बिजनेस के लिए बेहद अहम हो जाता है।
किसी भी बिजनेस को उसके लक्ष्य को हासिल करने के लिए सही manpower की हायरिंग ट्रेनिंग और डेवलपमेंट सहित वर्क कल्चर जैसी चीजों के प्रबंधन का काम ह्यूमन रिसोर्स मैनेजर उसके हिस्से आती है ।
एक कर्मचारी के प्रदर्शन का सम्मिलित रूप ही किसी कंपनी का ओवरऑल प्रदर्शन होता है तोबस इसी बात से Human Resource Manager के महत्व और उनकी भूमिका का नदाज लगाया जा सकता है ।
ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स, आईटी कंपनियों, विज्ञापन फर्मों, कानून फर्मों, खुदरा कंपनियों, समाचार पत्रों, मीडिया घरानों आदि मैं नौकरी के अवसर पा सकते हैं।
▪️ऑपरेशंस मैनेजमेंट में एमबीए (MBA in Operations Management):
अब Career after MBA में चर्चा operations management की । ई-कॉमर्स टेलीकॉम आईटी सेक्टर सहित सभी मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री में ऑपरेशनल मैनेजमेंट की अहम भूमिका होती है कौन सा काम कब कहां और कैसे होना है इसके बिना बड़े पैमाने पर किसी काम को अंजाम नहीं दिया जा सकता इसलिए एमबीए इन ऑपरेशंस मैनेजमेंट काफी अहम हो जाता है।
इसमें लॉजिस्टिक्स सप्लाई चेन और इन्वेंटरी मैनेजमेंट के साथ ही प्रोजेक्ट और ऑपरेशन मैनेजमेंट का काम भी किया जाता है ।
अगर ऑपरेशंस मैनेजमेंट में एमबीए की बात करें तो उत्पाद की गुणवत्ता और लागत, उत्पादकता बढ़ाने, मैन्यफैक्चरिंग टाइम और ग्राहकों की संतुष्टि सहित बिजनेस को चलाने से संबंधित हर चीज पर ये केंद्रित है।
इसमें खरीद प्रबंधन, विक्रेता प्रबंधन, सूची प्रबंधन और operational resource management एक व्यवसाय के संचालन प्रबंधन और सप्लाई चेन को निर्मित करते हैं।
इस क्षेत्र में specialization के बाद आपको इसमें रिटेल, लॉजिस्टिक्स, ट्रांसपोर्टेशन, मैन्युफैक्चरिंग, फाइनेंस, हॉस्पिटैलिटी, कंस्ट्रक्शन, इंस्टिट्यूशन, इनफार्मेशन, टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट, कंसलटेंसी, आदि में नौकरी के अवसर मिल सकते हैं।
भारत में कुछ प्रमुख भर्ती करने वाली कंपनियां हैं- ब्लू डार्ट, गेल, ओएनजीसी, डैमको, फर्स्ट फ्लाइट, एनएचपीसी आदि।
Career after MBA से संबंधित FAQ
किस आधार पर एमबीए इंस्टीट्यूट चुनना चाहिए?
जवाब: जब भी एमबीए के लिए आप इंस्टीट्यूट सर्च करें तो ध्यान रहे कि आप हर इंस्टिट्यूट की विश्वसनीयता पर खास ध्यान दें। इसके साथ ही आपको अपनी जरूरत के अनुसार ही इंस्टिट्यूट चुनना चाहिए। वही इंस्टिट्यूट का चुनाव करते वक्त कुछ खास चीजों को ध्यान में रखें जैसे फैकल्टी, करिकुलम और प्लेसमेंट।
सवाल: एमबीए में किस किस फील्ड की सुप्रीमेसी है?
जवाब: एमबीए की बात करें तो बैंकिंग और फाइनेंस सेक्टर्स हमेशा अपनी सबसे अच्छी मैनेजमेंट स्ट्रेटजी और प्रिंसिपल्स पर आधारित होने की वजह से एमबीए के कैंडिडेट को एक बहुत ही बेहतरीन जॉब मार्केट उपलब्ध कराते हैं।
सवाल: किस तरह से एमबीए में एक बेहतर करियर चुनें?
जवाब: एमबीए में एक बेहतर करियर चुनने के लिए इन बातों को ध्यान में रखें:
▪️ये पता करें कि आप किस चीज मे अच्छे है और स्वाभाविक रूप से क्या करना पसंद करते हैं।
▪️अपनी आकांक्षाओं को जानने की कोशिश करें।
▪️उन करियर विकल्पों का पता करने का प्रयास करें जिनकी मांग हो।
सवाल: एमबीए करने के बाद कैसे मिलेगी नौकरी?
जवाब: एमबी के बाद ( Career after MBA )ये पता करें कि आप किस चीज मे अच्छे है और स्वाभाविक रूप से क्या करना पसंद करते हैं।
▪️अपनी आकांक्षाओं को जानने की कोशिश करें।
▪️उन करियर का पता करने का प्रयास करें जिनकी मांग हो।
मैनेजमेंट के क्षेत्र में ढेर सारी नौकरियों के विकल्प उपलब्ध हो जाते हैं। दरअसल हर सेक्टर में मैनेजमेंट की पढ़ाई कर चुके लोगों की जरूरत होती है बस आपको उस जरूरत तक पहुंचना है और अपनी काबिलियत दिखानी है। साथ ही कई संस्थान और यूनिवर्सिटी भी डायरेक्ट प्लेसमेंट की व्यवस्था करवाती हैं।
सवाल: क्या 12 वीं के बाद सीधा एमबीए किया जा सकता है?
जवाब: आपको बता दें कि एकीकृत एमबीए कोर्स के माध्यम से 12वीं कक्षा के बाद आप सीधा एमबीए प्रोग्राम में शामिल हो सकते हैं। दरअसल एकीकृत एमबीए पाठ्यक्रम के लिए कोर्स का समय 4 से 5 साल तक का है। वही जो उम्मीदवार अपने उच्च माध्यमिक परीक्षाओं में करीब 50% तक अंक पाते हैं, वो इस कोर्स के लिए आवेदन दे सकते हैं।
अब तक हमने कुछ महत्वपूर्ण मैनेजमेंट के क्षेत्रों की चर्चा की है इसके अलावा जहां भी कुछ बड़ा हो रहा है और उसको प्लान कंट्रोल और मैनेज करने की जरूरत है तो फिर वहां एक बिजनेस एडमिनिस्ट्रेटर की भी जरूरत है।
MBA करने के इस सफ़र में सबसे पहली सीढ़ी होती है आपका इंस्टिट्यूट, फिर उसके बाद specialization । आप इन दोनों का चुनाव बड़े ही सावधनी से करें क्योंकि अच्छे institute से पढ़ाई करने से आपको करियर में एक अलग प्रकार का growth मिलेगी ।
ये थी एमबीए के बाद के करियर विकल्पों Career after MBA के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियाँ .. . इसके अलावा जहां भी कुछ बड़ा हो रहा है और उसको plan control और manage करने की जरूरत है तो फिर वहां एक बिजनेस एडमिनिस्ट्रेटर की भी जरूरत है।
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विचारक्रान्ति के लिए-अंशिका
जिसका स्वयं का राशन कार्ड है, क्या वो बिना माता पिता की आय दिखाए, पात्र होगा, जबकि वह स्वयं की आय दिखा रहा है,,, सार रूप में जो व्यक्ति सरकारी दस्तावेज में अपने माता पिता के परिवार का हिस्सा नहीं, जवाब दीजिए